G20 Summit 2023: दुनिया की 85% इकोनॉमी के सहभागी 20 देशों के नेता G20 शिखर सम्मेलन के लिए इस समय देश की राजधानी दिल्ली में मौजूद हैं. आज इस समिट का पहला दिन है और नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में बेहद जरूरी वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए ग्लोबल लीडर्स एकत्र हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden), ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक (Rishi Sunak), कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau), फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) समेत 20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष या उनके प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं.
शिखर सम्मेलन के पहले दिन (G20 Summit 2023 Day 1 Schedule) दो बेहद अहम सत्र निर्धारित हैं. पहला सत्र 'वन अर्थ' (One Earth) और लंच के बाद दूसरा सत्र 'वन फैमिली' (One Family).
G20 समिट के पहले सत्र 'वन अर्थ' पर चर्चा शुरू हो गई है. PM मोदी की मेजबानी में ग्लोबल लीडर्स महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं.
इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन से की, उन्होंने कहा कि 'कोविड-19 के बाद एक बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है, युद्ध ने इस कम हुए भरोसे को और गहरा किया, जब हम कोविड को हरा सकते हैं तो हम आपसी विश्वास पर आए संकट पर भी विजय हासिल कर सकते हैं. भारत G20 के प्रेसिडेंट के तौर पूरी दुनिया आह्वान करता है कि हम मिलकर सबसे पहले इस कम होते विश्वास को एक भरोसे में बदलें. '
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल पुथल हो, ईस्ट वेस्ट की दूरी हो, फूड, फर्टिलाइजर का मैनेजमेंट हो, हेल्थ एनर्जी और वॉटर सिक्योरिटी हो, इनके ठोस समाधान की तरफ हमें बढ़ना ही होगा.'
उन्होंने कहा कि वर्षों पुरानी चुनौतियां नए समाधान मांग रही हैं. 21वीं सदी का ये समय पूरी दुनिया को एक नई दिशा देने वाला समय है, हमें मानव केंद्रित दृष्टिकोण के साथ हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है, ये वक्त सबको साथ लेकर चलने का समय है.
बता दें कि भारत की अध्यक्षता में हो रहे समिट की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम, एक पृथ्वी-एक परिवार-एक भविष्य' है, जिसके तहत सभी देशों के मिलकर काम करने पर सहमति बनी है.
इस सत्र में जलवायु परिवर्तन पर मिलकर काम करने पर चर्चा होगी. वैश्विक शून्य कार्बन उत्सर्जन के एजेंडे को जल्द से जल्द पूरा करने पर जोर होगा.
समावेशी विकास, डिजिटल नवाचार, जलवायु वित्त पोषण और समान वैश्विक स्वास्थ्य तक पहुंच जैसे विभिन्न मुद्दों पर फोकस रहेगा.
समिट शुरू होने से पहले PM मोदी ने उम्मीद जताई है कि इस कार्यक्रम से वैश्विक विकास, लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण और वैश्विक शांति को गति मिलेगी.
सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में मेहमान राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत किया. ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जीवा मेलोनी समेत कई नेताओं का उन्होंने स्वागत किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने G20 समिट में दुनिया भर से आए सभी मेहमानों का स्वागत किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'भारत की G20 की अध्यक्षता का ध्येय, 'वसुधैव कुटुंबकम- एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' है, जो स्थिर, समावेशी और मानव-केंद्रित विकास के लिए एक वैश्विक रोडमैप है. मैं इस दिशा में G20 शिखर सम्मेलन के सहभागियों के प्रयासों में सफलता की कामना करती हूं'
दोपहर 3 बजे भारत मंडपम के लेवल 2 पर स्थित समिट हॉल में ही सम्मेलन का दूसरा सत्र 'वन फैमिली' होगा. इससे पहले द्विपक्षीय वार्ताएं भी होंगी. ब्रिटिश प्रधानमंंत्री ऋषि सुनक और कुछ अन्य नेताओं के साथ PM मोदी बातचीत करेंगे. दूसरे सत्र के बाद सभी नेता अपने-अपने होटलों में लौट जाएंगे.
शाम 7 बजे सभी डिनर के लिए एक बार फिर भारत मंडपम के लेवल 2 पर स्थित लीडर्स लाउंंज में जुटेंगे, जहां वेलकम फोटोग्राफी होगी. रात 8 बजे से 9:15 बजे तक सभी नेता डिनर के दौरान चर्चा करेंगे और फिर रात्रिविश्राम के लिए अपने होटलों की ओर रवाना हो जाएंगे.