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Gujarat Floods: मरने वालों की संख्‍या 26 पहुंची, 62 ट्रेनें कैंसिल, 24 नदियां खतरे के निशान से पार! PM मोदी की भी नजर

पिछले तीन दिनों में राजकोट, आणंद, महिसागर, खेड़ा, अहमदाबाद, मोरबी, जूनागढ़ और भरूच जिलों में 26 लोगों की मौत हो चुकी है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी08:19 AM IST, 29 Aug 2024NDTV Profit हिंदी
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गुजरात में भारी बारिश के चलते आई बाढ़ ने कहर मचा रखा है. PTI के मुताबिक, भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में पिछले 3 दिन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कुछ हिस्सों में लगातार चौथे दिन भी भारी बारिश जारी है. वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाकों में से 17,800 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

गुजरात के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी रहने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत करके स्थिति का जायजा लिया और इस संकट से निपटने के लिए राज्य को केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया.

पिछले 3 दिन की बड़ी घटनाएं

पिछले तीन दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 26 लोगों की मौत हो चुकी है. ये मौतें राजकोट, आणंद, महिसागर, खेड़ा, अहमदाबाद, मोरबी, जूनागढ़ और भरूच जिलों से हुई हैं.

  • एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मंगलवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में दीवार गिरने और डूबने जैसी बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई थी.

  • सोमवार को राज्य में इसी तरह की घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस ने बताया कि बुधवार को राजकोट में बाढ़ के पानी में कार बह जाने से एक परिवार के तीन सदस्य डूब गए.

  • पुलिस अधीक्षक (SP) राहुल त्रिपाठी ने बताया कि बचाव दल को सात लोगों के शव मिले हैं, जो रविवार को मोरबी जिले के धवना गांव के पास एक पुल को पार करते समय ट्रैक्टर ट्रॉली के बह जाने के बाद लापता हो गए थे.

  • पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जान गंवाने वालों में वे 7 लोग भी शामिल हैं जो रविवार को मोरबी जिले के हलवद तालुका के धवना गांव के पास एक पुल को पार करते समय एक ट्रैक्टर ट्रॉली के बह जाने के बाद लापता हो गए थे. इस पुल से होकर पानी बह रहा था. उन्होंने बताया कि उनके शव बरामद कर लिए गए हैं.

  • मोरबी के अग्निशमन अधिकारी देवेंद्र सिंह जडेजा ने बताया कि इनमें से तीन शव मंगलवार को और चार बुधवार को मिले, एक व्यक्ति अभी भी लापता है.

नदियां उफान पर, ट्रेनें कैंसिल

राज्य में 140 जलाशय और बांध के साथ-साथ 24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बारिश के कारण यातायात और रेलगाड़ियों की आवाजाही भी बाधित हुई है, क्योंकि सड़कें और रेलवे लाइन जलमग्न हो गई हैं. विज्ञप्ति में कहा गया है कि 206 बांधों में से 122 को उनके जलस्तर में तेज वृद्धि के कारण हाई अलर्ट पर रखा गया है.

पश्चिमी रेलवे के अहमदाबाद मंडल ने कहा कि 48 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, 14 आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं और छह को बीच में ही रोक दिया गया. उसने कहा कि अन्य 23 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया.

इस बीच महेसाणा रेलवे स्‍टेशन पर राज्‍यसभा सदस्‍य मयंक नायक की मौजूदगी में सयाजीनगरी एक्सप्रेस के यात्रियों को फूड पैकेट वितरित किए गए.

आज अत्‍यधिक भारी बारिश की चेतावनी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को सौराष्ट्र के जिलों के अलग-अलग हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताया है. बुधवार को सौराष्ट्र क्षेत्र के देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में शाम 6 बजे तक 12 घंटे की अवधि में 50 मिलीमीटर से लेकर 200 मिलीमीटर तक बारिश हुई.

  • इस अवधि के दौरान देवभूमि द्वारका जिले के भानवद तालुका में 185 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है.

  • राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) ने कहा कि नवीनतम बारिश के साथ, गुजरात में अब तक हुई बारिश, औसत वार्षिक बारिश का 105% पहुंच गई है.

  • बुधवार सुबह 6 बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि में सौराष्ट्र के कई जिलों, विशेष रूप से देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर और राजकोट में बहुत भारी बारिश हुई.

  • इस अवधि के दौरान राज्य के 251 तालुकाओं में से 13 में 200 मिलीमीटर से अधिक और अन्य 39 में 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई.

  • इस दौरान देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया तालुका में 454 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद जामनगर शहर (387 मिमी) और जामनगर में जामजोधपुर तालुका (329 मिमी) का स्थान रहा.

सेना ने संभाला मोर्चा

वडाेदरा में सेना की टुकड़ियां भी बचाव कार्य में लगी हैं. अधिकारियों ने बताया कि वडोदरा शहर में अपने घरों और छतों में फंसे लोगों को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF), और सेना की तीन टुकड़ियों ने निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.

मंत्री ऋषिकेश पटेल ने मीडिया को बताया कि वडोदरा में अब तक 5,000 से अधिक लोगों को निकाला गया और 1,200 अन्य लोगों को बचाया गया है. बुधवार को शहर में सेना की तीन अतिरिक्त टुकड़ियां और NDRF और SDRF की एक-एक टुकड़ियां तैनात की गईं.

वडोदरा में बारिश थमने के बावजूद, शहर से होकर बहने वाली विश्वामित्री नदी के अपने तटों को तोड़कर आवासीय इलाकों में प्रवेश कर जाने से निचले इलाकों में जलजमाव हो गया और इमारतें, सड़कें और वाहन पानी में डूब गए.

गुजरात पर PM मोदी की नजर: CM

मुख्यमंत्री पटेल ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में भारी बारिश की स्थिति के बारे में मुझसे टेलीफोन पर बात की और राहत और बचाव कार्यों का विवरण लिया.' उन्होंने कहा कि मोदी ने जान-माल की सुरक्षा के बारे में मार्गदर्शन दिया और केंद्र सरकार से सभी आवश्यक सहायता और सहयोग का आश्वासन दिया.

मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्रधानमंत्री गुजरात के बारे में चिंता जताते हुए लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. गुजरात के लोगों के प्रति उनका गहरा लगाव है. प्राकृतिक आपदाओं के दौरान और जब भी जरूरत होती है, वे हमेशा गुजरात और राज्य के लोगों के साथ खड़े रहते हैं.'

बाढ़ के बाद एक और चुनौती

मुख्यमंत्री ने वडोदरा में बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता के लिए NDRF की पांच अतिरिक्त टीमों और सेना की चार टुकड़ियों को तैनात करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद और सूरत से बाढ़ प्रभावित शहर में अतिरिक्त बचाव नौकाएं भी भेजी जानी चाहिए.

मुख्यमंत्री पटेल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ का पानी कम होते ही वडोदरा शहर में सफाई उपकरण तैनात किए जाएं और कीटाणुनाशक का छिड़काव किया जाए. उन्होंने निर्देश दिया कि इस उद्देश्य के लिए अहमदाबाद और सूरत के नगर निगमों और भरूच और आणंद की नगर पालिकाओं से टीमों को वडोदरा में तैनात किया जाए.

अधिकारियों ने कहा कि NDRF और SDRF के अलावा सेना, भारतीय वायुसेना और तटरक्षक बारिश से तबाह हुए इलाकों में बचाव और राहत अभियान चला रहे हैं, जिसमें अब तक करीब 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है और 2,000 लोगों को बचाया गया है.

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