प्रचंड गर्मी का कहर जारी है. भारत के कुछ इलाकों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया. हीट वेव का कहर इस कदर चल रहा है कि लाखों लोगों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है.
IMD के मुताबिक, राजस्थान के चुरु शहर में मंगलवार को 50.5 डिग्री सेल्सियस का तापमान दर्ज किया गया. इसी इलाके के फलोदी में मई 2016 में अब तक का सबसे गर्म दिन 51 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था.
भारत के कुछ इलाकों में मौसम में हो रहे बदलाव का असर बाढ़, सूखा, चक्रवात के आने पर भी पड़ेगा. ऐसा नहीं है कि प्रचंड गर्मी की मार केवल दक्षिण एशिया पर पड़ रही है. अप्रैल में लगातार 11वें महीने एशिया और यूरोप में सामान्य से ज्यादा तापमान दर्ज किया गया है. इससे आम जनजीवन, पावर ग्रिड और फसलों पर असर पड़ रहा है.
दिल्ली के आया नगर में 47.6 डिग्री सेल्सियस का तापमान दर्ज किया गया, वहीं मंगेशपुर में 49.9 डिग्री सेल्सियस का तापमान पहुंचा. अगले कुछ दिन में देश के कुछ इलाकों में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की आशंका है.
भारत के उत्तरी और पश्चिमी इलाकों में रहने वालों को सीधे सूरज की किरणों में न आने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही लगातार पानी पीते रहने और हल्के रंग के कपड़े पहनने को भी कहा गया है. सड़कों पर पानी डाला जा रहा है, लोग सरायों की तरफ जा रहे हैं और गर्मी से बचने से जुड़े बैनर लगाए जा रहे हैं. इसके बीच कूलिंग अप्लाएंस की डिमांड के बढ़ने से प्रोडक्ट की कमी हो गई है.