Stampede at New Delhi Railway Station: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात को भगदड़ मच गई. दो ट्रेनों में देरी और महाकुंभ की स्पेशल ट्रेन की वजह से भारी भीड़ के बाद ये हादसा हुआ. इसमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 11 महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं. इस भगदड़ में दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं, जिनका करीबी अस्पतालों में इलाज जारी है.
हादसा रात करीब 9.55 बजे पर हुआ. इसके बाद प्रशासन एक्शन में आया. रेल मंत्रालय ने इस हादसे में उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है. मामले की जांच के लिए दो सदस्यों की उच्चस्तरीय कमिटी बनाई गई है.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि ट्रेनों में देरी और करीब 1,500 जनरल टिकटों की बिक्री से हालात बिगड़े और भीड़ बढ़ती चली गई.
पुलिस के मुताबिक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर पहले से बहुत भीड़ थी क्योंकि बड़ी संख्या में लोग दो ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे- स्वतंत्रता सेनानी और भुवनेश्वर राजधानी, जो लेट हो गईं. इस बीच महाकुंभ के लिए एक स्पेशल ट्रेन प्रयागराज एक्सप्रेस रात 10.10 पर प्लेटफॉर्म नंबर 14 से रवाना होनी थी.
जैसे-जैसे प्रयागराज को जाने वाली ट्रेन का समय नजदीक आया. प्लेटफॉर्म पर ज्यादा से ज्यादा लोगों की भीड़ होने लगी. अधिकारियों के मुताबिक इस दौरान एक हजार से ज्यादा जनरल टिकटों की बिक्री हुई, जो महाकुंभ के लिए जाने के लिए थीं.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार रात को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में जान गंवाने वाले लोगों की ओर संवेदनाएं व्यक्त की और कहा कि अधिकारी इससे प्रभावित सभी लोगों की सहायता में जुटे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने X पर एक पोस्ट में कहा, 'नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ (जैसी स्थिति) से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्दी ठीक हो जाएं.'
उत्तर प्रदेश के मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, 'नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसे में हुई जनहानि अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं.'