महंगाई के मोर्चे पर झटका लगा है. मार्च में थोक महंगाई दर (WPI March) बढ़कर 0.53% हो गई है, जबकि इसके पिछले महीने फरवरी में ये 0.2% रही थी. ये 3 महीने का उच्चतम स्तर है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (Ministry of Commerce & Industry) की ओर से ये आंकड़े जारी किए गए.
इन आंकड़ों के मुताबिक मार्च में थोक महंगाई बढ़ने के पीछे फूड आर्टिकल्स, क्रूड पेट्रोलियम और नैचुरल गैस, मशीनरी और इक्विपमेंट के दाम बढ़ना है.
मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स में थोक महंगाई मार्च में -0.85% पर रही. फरवरी में-1.27% थी.
प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई मार्च में 4.51% पर रही. फरवरी में ये 4.49% पर थी.
फूड आर्टिकल्स की महंगाई मार्च 2024 में 6.88% पर रही. फरवरी में ये 6.95% पर थी.
सब्जियों की महंगाई मार्च 2024 में 19.52% पर रही. फरवरी में ये 19.8% पर थी.
नॉन-फूड आर्टिकल्स की महंगाई मार्च में -4.13% पर रही. फरवरी में ये -6.3% पर थी.
तेल - ऊर्जा की महंगाई मार्च 2024 में -0.77% पर रही. फरवरी में ये -1.6% पर थी.
हालांकि पिछले हफ्ते जारी हुए रिटेल महंगाई के आंकड़ों से राहत जरूर मिली थी. मार्च 2024 में रिटेल महंगाई (Retail Inflation) 4.85% पर रही है. ये 10 महीने का निचला स्तर है. ब्लूमबर्ग के एनालिस्ट पोल में मार्च महीने के लिए 4.9% का अनुमान जताया गया था. फरवरी में ये 5.09% पर रही थी. जनवरी महीने में ये 5.10% पर रही थी.
मार्च में आलू, प्याज और फलों की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिली है. आलू और प्याज के दाम तो 50% तक महंगे हुए हैं.
प्याज के दाम 29.22% से बढ़कर 56.99% (MoM)
आलू के दाम 15.34% से बढ़कर 52.96% (MoM)
फलों के दाम -3.99% से बढ़कर -2.95% (MoM)
अंडा-मीट-मछली के दाम -0.47% से घटकर -1.86% (MoM)