अधिग्रहण के एक महीने बाद ही, अमेरिका के सबसे बड़े बैंक जे पी मॉर्गन (JPMorgan Chase & Co.) ने फर्स्ट रिपब्लिक (First Republic) के 1000 कर्मचारियों को निकालने का फरमान जारी कर दिया है, इन कर्मचारियों के लिए टेम्परेरी नौकरी का रास्ता भी बंद कर दिया गया है.
ब्लूमबर्ग में छपी रिपोर्ट के मुताबिक - मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने बताया है कि जब फर्स्ट रिपब्लिक बैंक दिवालिया हुआ था तब इसमें 7000 कर्मचारी काम करते थे, जे पी मॉर्गन ने इनमें से करीब 85% कर्मचारियों को फुल टाइम या ट्रांजीशनल रोल्स में नौकरी के ऑफर दिए हैं. जबकि बाकी कर्मचारियों से कहा गया है कि उन्हें बैंक की तरफ से कोई ऑफर नहीं दिया जाएगा. टेम्परेरी जॉब वालों को भी 3, 6, 9 या 12 महीने की ही मोहलत मिली है.
नौकरियों को लेकर जे पी मॉर्गन ने अपने बयान में कहा है- '1 मई को फर्स्ट रिपब्लिक के अधिग्रहण के बाद से, हम उनके कर्मचारियों के साथ पारदर्शी रहे हैं और 30 दिनों के भीतर उनके रोजगार की स्थिति पर उन्हें अपडेट करने के अपने वादे को पूरा किया है.' हम मानते हैं कि वो मार्च से ही तनाव और अनिश्चितता में हैं और उम्मीद करते हैं कि आज का दिन स्पष्टता लाएगा.'
फर्स्ट रिपब्लिक जब संकट से घिरी थी, तो उसने अपने निवेशकों में भरोसा पैदा करने के लिए अप्रैल के अंत में उन्हें आश्वासन दिया था कि वो अपने कर्मचारियों की संख्या में 25% तक की कटौती करेगा. हालांकि ये उपाय संकट से उबरने के लिए काफी नहीं थे और बाद में फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को सीज कर लिया गया. मामले की जानकारी रखने वाले व्यक्ति ने बताया कि जे पी मॉर्गन से गुरुवार को ऑफर नहीं पाने वाले ज्यादातर कर्मचारियों की पहचान फर्स्ट रिपब्लिक के 'पहले से तय कटौती' के रूप में की गई थी, लेकिन बैंक के विफल होने पर उन्हें अभी तक सूचित नहीं किया गया था.
जेपी मॉर्गन के पास मार्च के अंत में 2,96,877 कर्मचारी थे, उसने फर्स्ट रिपब्लिक के लिए सरकार के नेतृत्व वाली नीलामी में कई कंपटीटर्स को हरा दिया था. इस डील के रूप में जेपी मॉर्गन ने फर्स्ट रिपब्लिक का करीब 173 बिलियन डॉलर के कर्ज, 30 बिलियन डॉलर की सिक्योरिटीज और 92 बिलियन डॉलर की जमा राशि का अधिग्रहण किया, इसके बाद जब कर्मचारियों की बारी आई तो उनका हिसाब किताब भी किया जाना था, जिनमें से दर्जनों 10 मिलियन डॉलर से अधिक की कमाई कर रहे थे.