फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) के चेयरपर्सन जेरोम पॉवेल (Jerome Powell) ने महंगाई पर और ज्यादा काबू पाने की स्थिति में आगे भी ब्याज दरों के बढ़ाए जाने का संकेत दिया है.
उन्होंने गुरुवार को IMF के एक पैनल डिस्कशन से पहले कहा, 'हम सावधानी के साथ आगे बढ़ेंगे, ताकि हम दोनों तरह के जोखिम से बच सकें, जिसमें कुछ अच्छे महीनों के डेटा से भ्रमित होना और ज्यादा कड़ाई का जोखिम शामिल है.'
पॉवेल ने कहा, 'पॉलिसी मेकर्स इतनी ऊंची ब्याज दर बनाए रखना चाह रहे हैं जिससे महंगाई अपने 2% के टारगेट पर वापस जा सके.'
बता दें वित्तीय बाजार और कई अर्थशास्त्रियों का मानना था कि सेंट्रल बैंक अधिकतम ब्याज दरें बढ़ा चुका है. लेकिन पॉवेल के कमेंट से साफ हो गया है कि अब भी पॉलिसी मेकर्स ब्याज दरों को बढ़ाने की गुंजाइश रखते हैं.
जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी के चीफ US इकोनॉमिस्ट माइकल फेरोली ने क्लाइंट्स को एक नोट में कहा, 'हमारा अब भी मानना है कि इस साइकिल के लिए फेड ब्याज दरें बढ़ाने की कार्रवाई पूरी कर चुका है. लेकिन आज के भाषण से साफ हो गया है कि जब तक उन्हें महंगाई में और सुधार नहीं दिखाई देता, वे कठोर लहजा बनाए रखेंगे.'
उन्होंने ये भी बताया कि सेंट्रल बैंक अपने पॉलिसी फ्रेमवर्क का एक और रिव्यू करेगा, जिसकी शुरुआत 2024 में होगी. बता दें फ्रेमवर्क में बड़े बदलाव की घोषणा 2020 में की गई थी.
फेड चीफ ने इस प्रोग्राम में बैंक ऑफ इजरायल के गवर्नर आमिक यारों के साथ हिस्सा लिया. इसमें IMF की फर्स्ट डेप्यूटी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी इकोनॉमिस्ट केनेथ रोजोफ भी मौजूद थे.