अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो को विदेश मंत्री नामित किया है, जबकि सांसद माइक वाल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) का जिम्मा संभालने के लिए कहा है.
रुबियो और वाल्ट्ज को ऐसे समय में इन दोनों पदों के लिए चुना गया है, जब रिपब्लिकन पार्टी ने अमेरिकी संसंद में बहुमत हासिल कर लिया है, जिससे ट्रंप इसके दोनों सदनों पर नियंत्रण रख सकेंगे.
PTI की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप की टीम की ओर से इन नामों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की भूमिका के लिए सीनेट की मंजूरी की जरूरत नहीं होती.
53 वर्षीय मार्को रुबियो को भारत का दोस्त माना जाता है. वो भारत-अमेरिका संबंधों के समर्थक रहे हैं. 50 वर्षीय वाल्ट्ज भी भारत के पुराने समर्थक रहे हैं और वे वर्षों से भारत और भारतीय अमेरिकियों के लिए ‘कांग्रेसनल कॉकस’ के वाइस-प्रेसिडेंट भी रहे हैं.
अमेरिकी न्यूज वेबसाइट ‘द हिल’ की खबर के मुताबिक, वाल्ट्ज 2019 से सांसद हैं. उन्होंने यूरोप से यूक्रेन को और अधिक समर्थन देने और अमेरिका से उसके समर्थन में और अधिक सख्ती बरतने का आह्वान किया है.
ट्रंप ने रुबियो को विदेश मंत्री, जबकि वाल्ट्ज को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चुन कर अपने दूसरे प्रशासन के तहत भारत और अमेरिका के संबंधों को और मजबूत करने की गारंटी दी है.
वाल्ट्ज ‘आर्मी नेशनल गार्ड’ के सेवानिवृत्त अधिकारी और पूर्व सैनिक रह चुके हैं. वो ट्रंप के कट्टर समर्थक रहे हैं. उन्हें चीन के प्रति कठोर रुख रखने वाला माना जाता है. उन्होंने ही कोविड-19 फैलाने और चीन में मुस्लिम उइगर आबादी के उत्पीड़न के कारण बीजिंग में 2022 में हुए शीतकालीन ओलंपिक के बहिष्कार का आह्वान किया था.
ट्रंप के इस फैसले पर फ्लोरिडा के सीनेटर रिक स्कॉट ने कहा, 'मैं अपने दोस्त और हमारे अगले विदेश मंत्री मार्को रुबियो के लिए बहुत खुश हूं. वह दुनिया भर में अमेरिकियों का नेतृत्व करेंगे, खासतौर पर लैटिन अमेरिका का क्योंकि वह अमेरिका का सम्मान और साहस के साथ प्रतिनिधित्व करते हैं.' स्कॉट सीनेट में ‘मेजॉरिटी लीडर’ बनना चाहते हैं, हालांकि वर्तमान में डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ये पद संभाल रहे हैं.
ट्रंप ने इससे पहले दिन में न्यूयॉर्क के पूर्व सांसद ली जेल्डिन को ‘द यूनाइटेड स्टेट्स एनवायरनमेंटल प्रोटेक्टिव एजेंसी’ (EPA) के प्रशासक का पद संभालने के लिए कहा. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत के तौर पर सांसद एलिस स्टेफनिक को चुना है.