Post Office Schemes: अपनी कमाई में से कुछ हिस्सा बचत करना एक अच्छी आदत है और इन पैसों को निवेश करना और भी अच्छी बात है. पढ़ाई और इलाज से लेकर शादी-समारोहों तक, भविष्य में कई मौकों पर ये पैसे काम आते हैं. निवेश की बात आती है तो देश का एक बड़ा तबका पोस्ट ऑफिस पर भरोसा करता है. यहां आपके पैसे डूबने का खतरा नहीं रहता.
डाकघर में कई ऐसी स्कीम्स मौजूद हैं, जिनमें निवेश करना कई मायनों में फायदेमंद होता है. हम यहां इनमें से 3 ऐसी स्कीम के बारे में बता रहे हैं, जिनमें निवेश करने से आपको 3 तरह के फायदे होंगे.
पहला फायदा- निवेश के लिए आपकी सैलरी में से बचाया गया पैसा सुरक्षित रहेगा.
दूसरा फायदा- निवेश की गई राशि पर आपको गारंटीड ब्याज मिलेगा. यानी आपका पैसा बढ़ता रहेगा.
तीसरा फायदा- इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत आपको टैक्स में छूट मिलेगी.
तो आइए जानते हैं, पोस्ट ऑफिस की तीनों स्कीम्स के बारे में.
देश के किसी भी पोस्ट ऑफिस से 5 साल की मैच्योरिटी वाला राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (National Savings Certificate) खरीदा जा सकता है.
वित्त मंत्रालय की ओर से हर तिमाही के अंत में NSC की ब्याज दर जारी की जाती है.
NSC में 1,000 रुपये से या इससे ज्यादा '100 रुपये के गुणज' में, निवेश किया जा सकता है.
इस समय NSC पर सालाना 7.7% ब्याज मिल रहा है. इसमें बिना कोई TDS काटे, पूरा ब्याज मिलता है.
80C के तहत NSC में निवेश की गई राशि पर 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है.
ऊपर बताए गए 3 फायदों के अलावा NSC का चौथा फायदा ये है कि बैंकों में इसे गिरवी रख के लोन भी लिया जा सकता है.
ये एक ऐसी स्कीम, जो इन्वेस्टमेंट के नजरिये से बेटियों के भविष्य के लिए परफेक्ट मानी जाती है. इसमें भी 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है.
इस स्मॉल सेविंग स्कीम्स में आती है, जिस पर 8% इंटरेस्ट मिलता है.
इस स्कीम के तहत बेटी के 14 वर्ष की उम्र होने तक निवेश किया जा सकता है.
यानी अगर कोई पिता अपनी बेटी के जन्म के बाद पैसे जमा करना शुरू करता है, तो वह 15 साल तक पैसे जमा कर सकता है.
बेटी के 18 साल की होने पर 50% और उसके 21 वर्ष की होने पर पूरा पैसा निकाला जा सकता है.
इसमें 250 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है, जबकि निवेश की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये सालाना है.
PPF यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड लोकप्रिय सेविंग स्कीम्स में से एक है, जिसका मकसद छोटे निवेशकों को लाभ पहुंचाना है. डाकघर में आप PPF स्कीम के तहत निवेश कर सकते हैं.
PPF स्कीम में कम से कम 500 रुपये के साथ निवेश शुरू किया जा सकता है. अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष है.
इसकी लॉक-इन अवधि 15 वर्ष है. वर्तमान में FY23-24 की पहली तिमाही के लिए PPF की ब्याज दर 7.1% है. ब्याज का कैलकुलेशन हर महीने होता है और ये साल के अंत में एकमुश्त जुड़ जाता है.
छूट-छूट-छूट (E-E-E) श्रेणी के तहत आने से इसमें मूलधन, मैच्योरिटी की राशि और अर्जित ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगता.
इस पर 80C के तहत 1.5 लाख तक की टैक्स छूट मिलती है. वहीं, PPF पर लोन भी लिया जा सकता है.