Interest on Small Savings Schemes: स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर फिलहाल लंबे समय तक ब्याज बढ़ने की संभावना नहीं है. कहा जा रहा है कि नए साल 2025 की पहली तिमाही के लिए पुरानी ब्याज दरें ही लागू रहेंगी, केंद्र सरकार यथास्थिति बनाए रखेगी.
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) के तहत जमा की गई राशि के लिए ब्याज दर 8.2% पर बरकरार है, जबकि पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) के तहत बचत पर 7.1% की दर से ब्याज मिलता रहेगा. बता दें कि इकोनॉमिक अफेयर्स डिपार्टमेंट हर तिमाही के अंत में लघु बचत योजनाओं (Small Savings Schemes) पर ब्याज दरों की समीक्षा करता है.
सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान स्मॉल सेविंग स्कीम्स के लिए ब्याज दर अपरिवर्तित रखा है. पिछली बार दरों में बदलाव, वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में किया गया था. तब से वही दरें लागू हैं.
मनीफ्रंट के को-फाउंडर मोहित गंग के अनुसार, इन ब्याज पेशकशों में बढ़ोतरी की संभावना कम है. हालांकि उनका कहना है कि निवेशकों को स्मॉल सेविंग स्कीम्स में भरोसा बनाए रखना चाहिए और निवेश जारी रखना चाहिए.
ये सॉवरेन गारंटी के साथ लॉन्ग टर्म के लिए बचत के निवेश के लिए अच्छे विकल्प हैं और इनमें से कुछ स्कीम्स पर तो टैक्स बेनिफिट्स भी मिलते हैं. गंग ने कहा कि हालांकि ये निवेश के ये विकल्प, इक्विटी मार्केट के रिटर्न से मेल नहीं खा सकते, लेकिन इन योजनाओं पर मिलने वाला टैक्स बेनिफिट, इसके आकर्षण को बनाए रखता है.
हम 2025 में दर-कटौती चक्र (Rate-Reduction Cycle) को देख रहे हैं. इसलिए, ये संभावना नहीं है कि अब कुछ वर्षों तक इन योजनाओं में दरें और बढ़ेंगी.मोहित गैंग, को-फाउंडर, मनीफ्रंट
स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स के तहत सुकन्या समृद्धि योजना, डाकघर बचत योजना, PPF, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) जैसे विकल्प शामिल हैं और इनपे मिलने वाली ब्याज दरों पर फैसला महत्वपूर्ण है. कारण कि मिडिल और लोअर-मिडिल क्लास के लोगों के लिए ये बचत और निवेश का महत्वपूर्ण साधन है.