5 सितंबर यानी टीचर्स डे है. टीचर्स डे से हमें याद आती हैं अपने स्कूल-कॉलेज के क्लासरूम से जुड़ी यादें. साथ ही हमारे वो अध्यापक जिन्होंने हमें जीवन की अहम चीजें सिखाईं. कभी-कभी प्यार के साथ और कभी डांटकर. लेकिन क्या आपको ये याद है कि आपके अध्यापक से ही आपने पैसे के मैनेजमेंट और फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़ी बातें सीखीं. आइए ऐसी ही कुछ बातों को जानते हैं.
हमारे शिक्षक हमेशा अनुशासन की जरूरत को लेकर बात करते थे. वो कहते थे कि इसे क्लासरूम के बाहर भी जिंदगी के हर क्षेत्र में उतारना चाहिए. छात्र के तौर पर जब हम अनुशासन के साथ रहते थे. समय पर पढ़ाई करते थे तो हम परीक्षा में अच्छा करते थे.
इसी तरह अपने इन्वेस्टमेंट प्लान को लेकर अनुशासित रहकर हम वित्तीय स्थिरता हासिल कर सकते हैं. आप बिल्कुल अनुशासन में रहकर खर्च करें, तो आप अच्छी बचत कर सकते हैं.
छात्र के तौर पर हम अलग-अलग विषय पढ़ने के लिए समय को बांटते थे. हमारे अध्यापक हमसे कहते थे कि जो विषय आपको मुश्किल लगते हैं उन्हें ज्यादा समय दें. अब इसी बात को अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग पर लागू करें.
एक मंथली बजट बना लें. अपने पैसे को जरूरी खर्चों, निवेश और ऐसे खर्चों के बीच बांट लें, जिनकी आपने कोई प्लानिंग नहीं की थी.
आपके टीचर हमेशा आपको रिस्क लेने के लिए प्रेरित करते थे. क्योंकि उन्हें पता था कि इसी तरह आप पर्सनली और अकैडमिकली आगे बढ़ सकेंगे. वो आपको इवेंट्स और प्रतियोगिताओं में बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करते थे, जहां से आप मेडल या अवॉर्ड जीतते थे. फाइनेंशियल दुनिया में भी ऐसा ही है.
कुछ कैलकुलेटेक रिस्क लेने से आप रिवॉर्ड्स हासिल कर सकते हैं. उदाहरण के लिए इक्विटी और इक्विटी-लिंक्ड इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स में निवेश करके आप रिटर्न कमा सकते हैं. इक्विटी में लंबी अवधि के दौरान अच्छा रिटर्न कमाया जा सकता है.
आपके अध्यापक के पास रहने वाली फर्स्ट एड किट किसी मुश्किल में आपके बहुत काम आती थी. हमारी जिंदगी में भी हमें ऐसे ही सेफ्टी नेट की जरूरत होती है. आप अलग-अलग इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल कर सकते हैं.
उसके बाद ही आप अपने भविष्य के लिए निवेश कर सकेंगे. और हमेशा किसी अप्रत्याशित खर्च के साथ डील करने से पहले एक इमरजेंसी फंड तैयार कर लें.
आखिर में, ऐसा हो सकता है कि आपके अध्यापकों ने SIPs, EMI या म्यूचुअल फंड के बारे में साफ तौर पर न पढ़ाया हो. हालांकि अनुशासन, बजट और रिस्क लेने की बात के जरिए उन्होंने आपको फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़ी कई चीजें सिखाईं हैं.