ज्यादातर लोगों को इस बात की चिंता रहती है कि वो ये कैसे सुनिश्चित करें कि उनके बैंक अकाउंट में कोई गलत तरीके से पैसा डाल या निकाल नहीं दे. ऐसा भी हो सकता है कि उनके अकाउंट में आया पैसा उनका नहीं हो. ये हाल ही में एक सरकारी बैंक में हुआ जहां किसी तकनीकी दिक्कत की वजह से लोगों के बैंक अकाउंट में गलत पैसा डाल दिया गया था. ये कई बार किसी एक व्यक्ति के मामले में भी हो सकता है. ऐसी स्थिति से व्यक्ति को सही तरीके से निपटना चाहिए.
व्यक्ति के बैंक अकाउंट में जो पैसा डाला जाता है उसे क्रेडिट कहते हैं और इससे उसके बैंक अकाउंट में बैलेंस बढ़ता है. ऐसी स्थिति हो सकती है जहां व्यक्ति के बैंक अकाउंट में गलती से पैसा डाला गया है. इसका मतलब है कि पैसा खाताधारक के लिए नहीं था लेकिन वो उसके अकाउंट में जमा कर दिया गया है.
ऐसा हो सकता है कि पैसे भेजने वाले व्यक्ति ने ये गलती से किया है या सिस्टम में कोई दिक्कत हो सकती है जिससे कई खातों में पैसा डिपॉजिट हो गया है. ये खुशी की बात नहीं है क्योंकि पैसा खाताधारक का नहीं है. बल्कि वहां गलती से आया है.
सबसे पहले ये देखें कि पैसा अकाउंट में कहां से आया है. डिपॉजिट से जुड़ी डिटेल्स को चेक करें. बहुत से लोग अपने बैंक अकाउंट में आने या जाने वाले पैसे पर ध्यान नहीं देते हैं. और इससे उन्हें परेशानी हो सकती है.
बैंक अकाउंट में हर डिपॉजिट या विद्ड्रॉल को देखना चाहिए और फिर चेक करना चाहिए जिससे डिटेल्स को वेरिफाई किया जा सके. डिपॉजिट को भी देखना चाहिए कि वो खाताधारक के हैं या नहीं और किसने पैसा जमा किया है. ये हालात से निपटने का पहला कदम है.
पूरी प्रक्रिया में सबसे अहम बात ये है कि जिस व्यक्ति को गलत डिपॉजिट मिला है, उसे पैसे को अकाउंट से निकालना या उसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ये अहम इसलिए है क्योंकि पैसा उनके इस्तेमाल के लिए नहीं है. बहुत बार लोग ध्यान नहीं देते हैं और वो सिर्फ बैंक अकाउंट में पड़े पैसे को खर्च कर देते हैं. लेकिन ये आपका पैसा नहीं है तो ये नहीं होना चाहिए.
जिस व्यक्ति या एंटिटी ने गलत ट्रांसफर किया है उसे राशि को वापस लौटाना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर आपके खिलाफ एक्शन हो सकता है और अकाउंट को भी फ्रीज किया जा सकता है. फ्रीज लिस्ट में हटाने तक व्यक्ति अपने अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा.
अगर ऐसा कोई क्रेडिट है तो व्यक्ति को इसके बारे में बैंक को सूचना देनी चाहिए. कई बार व्यक्ति को ऐसी पेमेंट मिलती है जिसके बारे में वो भूल गया है या उसका पता नहीं लगा पा रहा है. ऐसी स्थिति में उसे बैंक के साथ चेक करना चाहिए कि पैसा कहां से आया है और क्या ये सही तरीके से आया है.
ऐसा करने के बाद अगर कोई दिक्कत होगी, तो बैंक को इसकी जानकारी रहेगी. और वो जरूरी कदम उठा सकेंगे. समय से एक्शन देने से गलत तरीके से आया पैसा वापस ले लिया जाएगा और उनका खाता फ्रीज नहीं होगा.
इस आर्टिकल के लेखक अर्णव पंड्या Moneyeduschool के फाउंडर हैं.