महंगाई से राहत मिलती नहीं दिख रही है. जून में रिटेल महंगाई बढ़कर 5.08% पर पहुंच गई है. जबकि ब्लूमबर्ग का अनुमान 4.80% था. इससे पहले के महीने में खुदरा महंगाई 4.75% पर थी. हालांकि जून में महीना-दर-महीने के हिसाब से CPI कोर महंगाई बिना किसी बदलाव के 3.1% पर रही है.
महंगाई दर रिजर्व बैंक के 4 (+-2)% के दायरे के अंदर रही है, मगर इस बार घटने की जगह ये बढ़कर आई है. ऐसे में रिजर्व बैंक से दरों में किसी कटौती की उम्मीद करना बेमानी है.
महंगाई इस कारोबारी साल के सबसे ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है. जनवरी में रिटेल महंगाई 5.01% थी फरवरी में 5.09%, मार्च में 4.85%, अप्रैल में 4.83%, मई में 4.75% और जून में 5.08% रही है
जून में ग्रामीण इलाकों में महंगाई 5.66% रही, मई में 5.34% थी
जून में शहरी इलाकों में महंगाई 4.39% रही, मई में 4.21% थी
जून में खाद्य महंगाई दर 9.36% रही, मई में 8.69% थी
अनाज की महंगाई जून में 8.75% रही, मई में 8.7% थी
दालों की महंगाई जून में 16.07% रही, मई में 17.1% थी
मीट और मछली की महंगाई जून में 5.39% रही, मई में 7.3% थी
अंडों की महंगाई जून में 3.99% रही, मई में 7.6% थी
दूध, मिल्क प्रोडक्ट्स की महंगाई दर जून में 3% रही, मई में 2.6% थी
सब्जियों की महंगाई जून में 29.32% रही, मई में 27.3% थी
हाउसिंग की महंगाई जून में 2.69% रही, मई में 2.6% थी