भारत का मर्चेंडाइज व्यापार घाटा (Merchandise Trade Deficit) घटकर 11 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया. मार्च 2024 में देश का व्यापार घाटा कम होकर 15.6 बिलियन डॉलर दर्ज किया गया. फरवरी में ये 18.7 बिलियन डॉलर रहा था. वाणिज्य मंत्रालय (Commerce Ministry) ने इसके आंकड़े जारी किए.
मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट 0.67% घटकर $41.68 बिलियन रहा
मर्चेंडाइज इंपोर्ट 5.98% घटकर $57.28 बिलियन रहा
सर्विसेज एक्सपोर्ट 6.25% घटकर $28.54 बिलियन रहा
सर्विसेज इंपोर्ट 6.57% घटकर $15.84 बिलियन रहा
कुल व्यापार घाटा घटकर $15.60 बिलियन रहा
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल (Sunil Barthwal) ने बताया कि व्यापार के नजरिए से ये साल काफी चुनौती भरा रहा. उन्होंने कहा कि हमने सभी चुनौतियों का सामना किया. हमने मर्चेंडाइज ट्रेड और सर्विसेज, दोनों ही आंकड़ों में बीते साल से बेहतर परफॉर्मेंस किया है. बर्थवाल ने कहा, सालाना आधार पर व्यापार घाटे में 35.77% की गिरावट आई है.
जैसे-जैसे विश्व स्तर पर व्यापार बढ़ेगा, हमारे यहां भी उसका असर नजर आएगा. हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़े हुए हैं. बता दें कि 2024 के लिए विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organisation) ने ग्लोबल ट्रेड में 2.6% की बढ़ोतरी का अनुमान जताया था.
बर्थवाल ने कहा कि सर्विसेज के आंकड़ों में इस साल रिकॉर्ड आंकड़े रहे हैं.
बर्थवाल ने कहा कि भारत और युनाइटेड किंगडम (UK) में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को लेकर बातचीत चल रही है. इस मामले पर अगली मीटिंग मई/जून में हो सकती है.