सरकार ने सोने की ज्वेलरी और सोने से बनी दूसरी कुछ चीजों के आयात पर कुछ सीमाएं लगा दी हैं. इससे गैर-जरूरी चीजों के आयात में कटौती करने में मदद मिलेगी. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, अब एक इंपोर्टर को इन गोल्ड प्रोडक्ट्स का आयात करने के लिए सरकार से लाइसेंस की इजाजत चाहिए होगी.
हालांकि, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने कहा कि ये अंकुश भारत-UAE व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (CEPA) के तहत किए गए आयातों पर लागू नहीं होंगे. एक नोटिफिकेशन में, DGFT ने कहा कि इन प्रोडक्ट्स की आयात पॉलिसी में संशोधन करके इसे तुरंत प्रभाव से 'फ्री' से 'प्रतिबंधित' श्रेणी में डाल दिया गया है.
मोती, बहुमूल्य और अर्ध-बहुमूल्य रत्नों का आयात इस वित्त वर्ष के अप्रैल-मई के दौरान 25.36% घटकर करीब 4 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया. सोने का आयात भी समान अवधि में करीब 40% घटकर 4.7 बिलियन डॉलर पर आ गया.
इस वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान कुल मर्चेंडाइज इंपोर्ट 10.24% गिरकर 107 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया. वहीं, अप्रैल-मई 2023 के लिए मर्चेंडाइज ट्रेड डेफेसिट 37.26 बिलियन डॉलर रहा है, जो अप्रैल-मई 2022 के दौरान 40.48 बिलियन डॉलर था.