दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Polls) से कुछ ही महीने पहले आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को बड़ा झटका लगा है. दिल्ली सरकार में वरिष्ठ मंत्री और लंबे समय तक पार्टी के नेता रहे कैलाश गहलोत (Kailash Gahlot) ने इस्तीफा दे दिया है.
कैलाश गहलोत दिल्ली सरकार में गृह, परिवहन, IT और महिला एवं बाल विकास जैसे विभागों के मंत्री रह चुके हैं.
कैलाश गहलोत ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के नाम अपना त्यागपत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने पार्टी को गंभीर आंतरिक चुनौतियों से जूझते हुए बताया है.
"राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं ने लोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धताओं को खत्म कर दिया है, जिस वजह से कई वादे अधूरे रह गए हैं. उदाहरण के लिए यमुना को लें, जिसे हमने साफ करने का वादा किया था, लेकिन ऐसा कभी हुआ नहीं. यमुना नदी अब शायद उससे भी कहीं ज्यादा प्रदूषित है जितनी कभी रही होगी."त्यागपत्र में कैलाश गहलोत
अपने त्यागपत्र में मुख्यमंत्री आवास को शीशमहल कहते हुए कैलाश गहलोत ने पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल पर जमकर कटाक्ष किए हैं.
उन्होंने कहा कि
"आम आदमी पार्टी अब अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रही है और इस वजह से पार्टी दिल्ली के लोगों को बुनियादी जरूरतों तक पर काम नहीं कर रही है.
और अब ये भी साफ है कि जब दिल्ली सरकार अपना ज्यादातर समय केंद्र के साथ लड़ने में बिताती है तो दिल्ली का वास्तविक विकास क्या होगा."
कैलाश गहलोत पेशे से एक वकील हैं. नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और 2015 से कैबिनेट मंत्री हैं. पिछले साल करप्शन के एक मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद उन्हें वित्त मंत्रालय मिला था.
कैलाश गहलोत के पार्टी छोड़ने पर BJP ने तुरंत प्रतिक्रिया दी. पार्टी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि "गहलोत ने विस्तार से बताया है कि कैसे आम आदमी पार्टी खास आदमी पार्टी बन गई है. उन्होंने लोगों से किए सभी वादे तोड़ दिए हैं. AAP अब अरविंद आदमी पार्टी बन गई है. उनके नेता ने उन्हें बेनकाब कर दिया है."
दिल्ली BJP अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि कैलाश गहलोत ने एक "साहसिक कदम" उठाया है. अगर कैलाश गहलोत BJP में शामिल होना चाहते हैं तो पार्टी उनका स्वागत करेगी.