UK General Elections: ब्रिटेन में हुए आम चुनाव में लेबर पार्टी लगभग जीत गई है, जबकि ऋषि सुनक (Rishi Sunak) की कंजर्वेटिव पार्टी काफी पीछे रह गई. ब्रिटेन में गुरुवार को वोटिंग हुई थी और अब वोटों की काउंटिंग चल रही है. लेबर पार्टी की जीत के साथ ही तय है कि कीर स्टार्मर (Keir Starmer) ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे.
2016 के बाद से ब्रिटेन में पांच अलग-अलग प्रधानमंत्री रहे. पिछले कई वर्षों से चली आ रही अस्थिरता, जीवन जीने की जद्दोजहद और अंदरूनी संघर्ष से जूझ रहे ब्रिटेन के वोटर्स ने इस बार सरकार बदलने की ठानी, जिसका असर चुनावी नतीजों के शुरुआती रुझानों में दिख रहा है.
अब तक आए नतीजों में लेबर पार्टी 411 से ज्यादा सीटें जीत चुकी है जबकि ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी 119 सीटें ही जीत सकी है. 650 सीटों वाले हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत का जादुई आंकड़ा 326 है. लेबर पार्टी इससे कहीं ज्यादा आगे निकल चुकी है. ऋषि सुनक अपनी सीट बचाने में तो कामयाब रहे, लेकिन उन्हें अब विपक्ष में ही बैठना होगा.
भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री रहे ऋषि सुनक ने चुनाव में अपनी पार्टी की हार स्वीकार करते हुए सुनक ने कहा, 'लेबर पार्टी ने चुनाव जीत लिया है.' उन्होंने कीर स्टार्मर को चुनाव में जीत पर बधाई दी.
ओपिनियन पोल में लेबर पार्टी के लिए 484 सीटें जीतने की भविष्यवाणी की गई थी, जिसका मतलब हुआ कि टोरीज के विरोधी ऐतिहासिक जीत की तरफ आगे बढ़ रहे हैं. सुनक की पार्टी ने भी मान लिया है कि विरोधी दल रिकॉर्ड जीत की तरफ आगे बढ़ गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शानदार जीत के लिए लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर को बधाई दी है. उन्होंने X पर लिखा, 'कीर स्टार्मर को ब्रिटेन के आम चुनावों में शानदार जीत के लिए बधाई और शुभकामनाएं. मैं आपसी विकास, समृद्धि को बढ़ावा देने और सभी क्षेत्रों में भारत-UK व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए सकारात्मक सहयोग की आशा करता हूं.'
पीएम मोदी ने ऋषि सुनक को भी धन्यवाद कहा है. उन्होंने X पर लिखा, 'आपके सराहनीय नेतृत्व और आपके कार्यकाल के दौरान भारत-UK के बीच संबंधों को गहरा करने में आपके सक्रिय योगदान के लिए आपको धन्यवाद. आपको भविष्य के लिए शुभकामनाएं.'
कीर स्टार्मर का शुरुआती जीवन संघर्ष भरा रहा है. साल 1962 में सरे के एक मजदूर परिवार में स्टार्मर का जन्म हुआ था. उनकी परवरिश काफी कठिनाइयों में हुई. उनके पिता टूलमेकर थे, जिनसे स्टार्मर की बहुत बनती नहीं थी. उनकी मां एक नर्स थीं. कीर के समाजवादी माता-पिता ने लेबर पार्टी के फाउंडर पिता कीर हार्डी को श्रद्धांजलि के रूप में उनका ये नाम रखा था.
राजनीति में स्टार्मर का प्रवेश हालांकि देर से हुआ. 2015 में 52 साल की उम्र में वो होलबोर्न और सेंट पैनक्रास के लिए संसद सदस्य के रूप में चुने गए. वो एक कुशल वकील हैं और उनकी इसी प्रतिष्ठा का उनके राजनीतिक जीवन में फायदा मिला. वो लेबर पार्टी के पूर्व लीडर जेरेमी कॉर्बिन के अंडर ब्रेक्सिट सचिव के रूप में काम कर चुके हैं.