Kisan Ki Baat: मन की बात के बाद अब 'किसान की बात' की तैयारी, अन्नदाताओं के लिए कृषि मंत्री ने किया ऐलान; क्‍या है उद्देश्‍य और क्‍या फायदे होंगे?

राज्‍यसभा में भी केंद्रीय मंत्री ने इस बात के संकेत दिए थे. उन्‍होंने कहा था कि हम किसानों से बातचीत करेंगे और संवाद से समाधान की ओर बढ़ेंगे.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' के बाद अब केंद्र सरकार देश के अन्नदाताओं के लिए कार्यक्रम 'किसान की बात' की तैयारी में है. ये मासिक कार्यक्रम होगा, जो हर महीने रेडियो पर प्रसारित होगा, जबक‍ि मन की बात की तरह इसे TV पर भी प्रसारित किया जाएगा.

सरकार की इस पहल का उद्देश्य, कृषि पद्धतियों का आधुनिकीकरण और अत्याधुनिक वैज्ञानिक जानकारी के जरिये किसानों का सशक्तीकरण है. इस कार्यक्रम में किसानों को खेती से जुड़ी वैज्ञानिक जानकारियां उपलब्ध कराई जाएंगी.

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ये ऐलान किया. अगले महीने यानी सितंबर से ही इस कार्यक्रम की शुरुआत होगी.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'किसी भी फसल को लेकर दुनिया के दूसरे देशों में क्‍या अनुसंधान हो रहे हैं, हमारे यहां क्‍या शोध हो रहे हैं... ये सब जानकारी किसानों को तुरंत मिलेगी. फसलों की बुआई से लेकर कटाई तक हर वैज्ञानिक जानकारी किसानों तक पहुंचेगी.'

बता दें कि इससे पहले राज्‍यसभा में भी केंद्रीय मंत्री ने इस बात के संकेत दिए थे. उन्‍होंने कहा था कि हम किसानों से बातचीत करेंगे, संगठनों से बातचीत करेंगे और संवाद से समाधान की ओर बढ़ेंगे.

कृषि मंत्री भी करेंगे किसानों से बात

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक और विभाग के अधिकारी जो सर्वोत्तम पद्धतियों और वैज्ञानिक प्रगति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देंगे. वहीं, कृषि मंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.

उन्होंने कहा कि 'किसान की बात' कार्यक्रम भारत के एग्री सेक्टर को पुनर्जीवित करने की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है. चौहान ने कृषि विज्ञान केंद्रों को किसानों की जरूरतों के साथ एकीकृत करने और कृषिकर्मियों के बीच चर्चा को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया.

भारत को दुनिया का फूड बास्केट बनाना है लक्ष्य

किसानों को तेजी से विज्ञान से जुड़े लाभ मिलना जरूरी है, इसकी आवश्यकता पर जोर देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'किसानों के पास अक्सर जानकारी का अभाव होता है, जिससे कीटनाशकों का दुरुपयोग होता है. हमें इस पर ध्यान देना चाहिए.'

केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हमारा लक्ष्य भारत को 'दुनिया के फूड बास्केट' में बदलना है. स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली (NPSS) का भी शुभारंभ किया. उन्होंने किसानों को प्राथमिकता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.

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