भारतीय ऑटो इंडस्ट्री में छिड़ी प्राइस वॉर, ग्राहकों को रिकॉर्ड हाई इन्वेंटरी का मिलेगा फायदा

टाटा मोटर्स और महिंद्रा ने लग्जरी SUVs की कीमतों में कम से कम 2 लाख रुपये की कटौती की है. जबकि मारुति सुजुकी, टोयोटा हाइब्रिड SUVs को उत्तर प्रदेश में टैक्स से छूट मिली.

Tata Punch

कार खरीदारों के लिए अच्छा वक्त आ गया है. कई गाड़ियों पर बंपर छूट मिल रही है. दरअसल छोटे-छोटे डिस्काउंट के बावजूद देश में बड़ी कारों की डिमांड कम हो गई है. करीब 70,000 करोड़ रुपये का बिना बिका हुआ स्टॉक रखा हुआ है. स्टॉकयार्ड में करीब 700,000 से अधिक कारें रखी हैं.

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष (रिसर्च और अकादमी) विंकेश गुलाटी ने मंगलवार को NDTV को बताया कि जून महीना ऑटो बिक्री के लिए कमजोर महीना है. ऐसे में इन्वेंट्री केवल (डीलरों पर) दबाव बढ़ाती है.

FADA के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि इन्वेंट्री का लेवल 62 से 67 दिनों के बीच अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. प्रोडक्शन में सुधार और डिमांड को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पर्याप्त छूट के बावजूद मार्केट सेंटीमेंट कमजोर बना हुआ है.

मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि डीलर कार मार्केट डिमांड की चुनौतियों को बताते हैं ग्राहक कम पूछताछ कर रहे हैं जिसकी वजह से ग्राहक कार खरीदने में देरी कर रहे हैं.

मंगलवार को टाटा ने हैरियर और सफारी जैसी SUV कारों के लिए जबरदस्त डिस्काउंट की घोषणा की है. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने हाइब्रिड कारों पर रजिस्ट्रेशन फीस 100% माफ कर दी है. डिस्काउंट के बाद हैरियर की नई शुरुआती कीमतें 14.99 लाख रुपये और सफारी के लिए 15.49 लाख रुपये हैं. कंपनी के मुताबिक, Nexon.ev पर 1.3 लाख रुपये तक और Punch.ev पर 30,000 रुपये तक की छूट भी दे रही है.

M&M ने भी XUV7OO SUV के टॉप-एंड वेरिएंट की कीमतों में लगभग 1 लाख रुपये की कटौती की है. AX7 रेंज की कीमत 19.49 लाख रुपये से शुरू होगी, जो पहले 21.4 लाख रुपये थी. M&M ने बताया कि सेलेब्रेटोरी प्राइसिंग केवल चार महीने के लिए है. XUV 7OO ने 3 साल में 2 लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन माइलस्टोन हासिल किया है.

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विंकेश गुलाटी ने कहा कि महिंद्रा एक अनोखी स्थिति में फंस गई है. इसके AX7 वेरिएंट अनसोल्ड हैं, AX5 (मिड-स्पेक वेरिएंट) में कम सप्लाई है. कंपनी को इस तरह की डिमांड-सप्लाई मिसमैच को कम करने के लिए अपनी प्रोडक्शन स्ट्रेटेजी को सुलझाने की जरूरत है.

डिमांड-सप्लाई मिसमैच

निश्चित रूप से डिमांड-सप्लाई मिसमैच इंडस्ट्री वाइड घटना है. घटती बिक्री के बीच OEMs लगातार अधिक उत्पादन कर रहे हैं. कार निर्माताओं और FADA के आंकड़ों के मुताबिक, जून में थोक बिक्री या फैक्ट्री फ्लोर से डीलरशिप तक डिलीवरी में 1-2% की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन रिटेल ऑटो बिक्री में 7-8% की गिरावट आई है.

मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि त्योहारों के मौसम में अभी कुछ समय बाकी है, कार निर्माताओं के लिए सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है. वित्तीय तनाव को कम करने के लिए प्रभावी इन्वेंट्री प्रबंधन रणनीतियां आवश्यक हैं. फाडा PV OEMs से प्रूडेंट इन्वेंट्री कंट्रोल लागू करने और मार्केट के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने का आग्रह करता है.