Seat Belt Alarm Stopper Clips: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, सीट बेल्ट ना पहनने की वजह से एक साल में सड़क दुर्घटना में 16,000 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. ये आंकड़ा बताता है कि सीट बेल्ट पहनना कितना जरूरी है. इसलिए गाड़ियों में सीट बेल्ट अलार्म लगा होता है.
कुछ लोगों को ये अलार्म परेशान करने वाला लगता है और इसी का फायदा उठाकर कुछ कंपनियों ने सीट बेल्ट अलार्म स्टॉपर बनाया. क्लिप की तरह दिखने वाले ये 'स्टॉपर' ई-कॉमर्स साइट्स पर धड़ल्ले से बिक रहे थे. रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री की जब इस पर नजर पड़ी तो इसकी शिकायत CCPA यानी सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी से की और कड़ा एक्शन लेने को कहा.
CCPA की सख्ती के बाद कंपनियों ने हटाए प्रॉडक्ट्स
सीट बेल्ट अलार्म स्टॉपर बेच रहीं 5 ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर सख्ती दिखाते हुए CCPA ने उन्हें तुरंत इसकी बिक्री रोकने का आदेश दिया. CCPA की सख्ती के बाद सभी पांचों ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स ने अपनी वेबसाइट पर से ये प्रॉडक्ट्स हटा लिए हैं.
जिन कंपनियों के खिलाफ CCPA ने एक्शन लिया है, उनमें Amazon, Flipkart, Snapdeal, Meesho और Shopclues शामिल हैं. ये कंपनियां सीट बेल्ट अलार्म स्टॉपर क्लिप्स बेच रही थीं. सड़क परिवहन मंत्रालय की शिकायत के बाद CCPA ने जांच की और इन 5 ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ एक्शन लिया.
हटाए गए 13,118 प्रॉडक्ट्स
अमेजॉन (Amazon) - 8095
फ्लिपकार्ट(Flipkart) - 5000
मीशो (Meesho) - 21
स्नैपडील (Snapdeal) - 1
शॉपक्लूज (Shoplcues) - 1
जुगत लगाकर बेच रहे थे क्लिप्स
CCPA की जांच में पाया गया कि सीट बेल्ट अलार्म स्टॉपर क्लिप्स इन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर दूसरे प्रोडक्ट की शक्ल में बिक रहे थे. कहीं इन्हें सिगरेट लाइटर, कहीं बॉटल ओपनर तो कहीं कुछ और बताकर बेचा जा रहा था. CCPA ने जांच के बाद तत्काल सभी प्रोडक्ट्स को वेबसाइट से de-list करने का आदेश दिया और कंपनियों को इसे हटाना पड़ा.
मैन्युफैक्चरिंग पर भी रोक
CCPA ने सभी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को प्रोडक्ट्स के बारे में जानकारी देने और इसे बेचने वाले सभी सेलर्स को रोकने के लिए भी कहा है. इसके अलावा राज्यों के मुख्य सचिवों को भी चिट्ठी लिखकर ऐसे मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स बंद करने का निर्देश दिया है.
सीट बेल्ट न पहनना यानी मौत को बुलावा
सड़क परिवहन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में सीट बेल्ट ना पहनने की वजह से 16000 लोगों की जानें गई थीं. इसमें से 8,438 लोग ड्राइवर्स थे, जबकि 7,959 पैसेंजर्स थे. इसके अलावा सीट बेल्ट ना पहनने की वजह से ही 39,231 लोग घायल हुए, जिनमें से 16,416 ड्राइवर्स थे और 16,416 पैसेंजर्स थे.