फिनटेक के लिए जल्द आएगी सेल्फ रेगुलेटरी बॉडी, RBI तेजी से कर रहा है काम

मौजूदा समय में, पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया रेगुलेटेड एंटिटीज लिमिटेड के लिए SRO को लाइसेंस देने के लिए रेगुलेटर के साथ काम कर रही है

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भारतीय फिनटेक इंडस्ट्री के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पहली सेल्फ रेगुलेटरी ऑर्गेनाइजेशन (SRO) बनाने के लिए तेजी से काम कर रही है. इसे लेकर रिजर्व बैंक अगले कुछ हफ्तों में ऐलान कर सकता है. मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों ने ये बताया है.

फिनटेक SRO पर काम तेज

मौजूदा समय में, पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया रेगुलेटेड एंटिटीज लिमिटेड के लिए SRO को लाइसेंस देने के लिए रेगुलेटर के साथ काम कर रही है, मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने ये BQ Prime को नाम नहीं छापने की शर्त पर ये बताया.

जबकि PCI में पेमेंट फिनटेक के सदस्य हैं, 2017 में गठित फिनटेक कन्वर्जेंस काउंसिल- कर्ज, बीमा, निवेश और एग्रीटेक पर केंद्रित है. फिनटेक कन्वर्जेंस काउंसिल की एग्जिक्यूटिव कमेटी की अध्यक्षता PCI के चेयरमैन एमरिटस नवीन सूर्या करते हैं.

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कोड ऑफ कंडक्ट

एक अन्य इंडस्ट्री एसोसिएशन, फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर एम्पावरमेंट (FACE) ने पिछले हफ्ते एक नई आचार संहिता या कोड ऑफ कंडक्ट की घोषणा की. FACE ने एक बयान में कहा, कोड ऑफ कंडक्ट सात प्रमुख सिद्धांतों पर आधारित है.

बयान के मुताबिक - कोड एक व्यावहारिक दस्तावेज है, जो ग्राहकों के हितों, समृद्धि और कल्याण को प्राथमिकता देने और उनकी सुरक्षा करने के लिए सदस्यों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. कोड उन अधिकारों और मानकों को दिखाता है, जिनके लिए ग्राहक गारंटी के हकदार हैं जिन्हें FACE सदस्य स्वेच्छा से प्रतिबद्ध करते हैं.

FACE ने पिछली जनवरी में SRO बनने के लिए RBI के पास अप्लाई किया था और तब से ही मंजूरी का इंतजार कर रहा है.

मामले की जानकारी रखने वाले इन दोनों शख्स के मुताबिक - रिजर्व बैंक पिछले कुछ हफ्तों से सक्रिय रूप से इंडस्ट्री-लेवल की बातचीत को आयोजित कर रहा है. इस बातचीत में एंटी कंज्यूमर प्रैक्टिस को काबू करने, मोनोपॉली के बनने और ऊंचे गवर्नेंस स्टैंडर्ड को नियंत्रित करने में SRO की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया है.

कुछ सीमित दंडात्मक शक्तियां होंगी!

मामले की जानकारी रखने वाले पहले व्यक्ति ने कहा कि SRO के पास सिस्टम में किसी भी अपराधी को नियंत्रित करने के लिए कुछ सीमित दंडात्मक शक्तियां हो सकती हैं.

वर्तमान में, माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशंस नेटवर्क और सा-धन माइक्रोफाइनेंस उद्योग के लिए SROs के रूप में काम करते हैं. देश के कुछ अन्य वित्तीय क्षेत्र के SROs में एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया, एसोसिएशन ऑफ मर्चेंट बैंकर्स ऑफ इंडिया वगैरह शामिल हैं.

इस महीने की शुरुआत में आयोजित ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में, रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने केंद्रीय बैंक पर रेगुलेटरी बोझ को कम करने के लिए फिनटेक उद्योग को SROs स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया था.

RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा था, 'फिनटेक को देश के कानूनों के अनुरूप उद्योग की सर्वोत्तम प्रथाओं, गोपनीयता और डेटा सुरक्षा मानदंडों को विकसित करने, गलत बिक्री से बचने के लिए स्डैंडर्ड तय करने, नैतिक व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देने, मूल्य निर्धारण में पारदर्शिता लाने की जरूरत है.'

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