भारत में कई मध्यम वर्ग (Middle Class) के लोगों के लिए लंबी अवधि में दौलत बनाना एक अहम वित्तीय लक्ष्य है. मध्यम वर्ग के निवेशकों के लिए एक बड़ा फंड जमा करना एक सपना है. लेकिन इनमें से कई निवेशक बढ़ते खर्च, महंगाई (Inflation), लोन और आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच अपने महत्वाकांक्षी वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में असफल रहते हैं.
भारतीय मिडिल क्लास के निवेशक भी ज्यादा बेहतर ढंग से पैसा जमा कर सकते हैं और अच्छे वित्तीय रोडमैप के साथ अपने वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर सकते हैं. शुरू में अपने फाइनेंशियल प्लान की ओर प्रतिबद्ध रहना एक मुश्किल काम लग सकता है. लेकिन समय के साथ ये एक बड़ा फंड जमा करने में मददगार होगा.
आइए ऐसी सात टिप्स के बारे में जानते हैं जिनकी मदद से मिडिल क्लास लंबे समय के लिए वित्तीय सुरक्षा हासिल कर सकता है.
जल्दी निवेश शुरू करें
पैसा इकट्ठा करने के लिए सबसे शक्तिशाली साधनों में से एक है समय. जल्दी शुरुआत करने से आपके पैसा कंपाउंडिंग की शक्ति के जरिए से बढ़ते हैं. म्यूचुअल फंड, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) या SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में छोटे निवेश भी पैसा इकट्ठा करने में मदद कर सकते हैं. आप जितनी जल्दी शुरुआत करेंगे, आपको लंबी अवधि में लक्ष्यों को पूरा करने के लिए मासिक निवेश उतना ही कम करना होगा.
एक बजट बनाएं
बहुत से लोग इसे अनदेखा करते हैं, लेकिन बजट बनाना पैसा इकट्ठा करने का आधार है. अपनी आय, खर्च और बचत पर नजर रखें. अपने खर्चों को कैटेगरी में बांटें और उन गैर-जरूरी खर्चों की पहचान करें जिन्हें कम किया जा सकता है. बजट बनाने से आपको बचत और निवेश को प्राथमिकता देने में मदद मिलती है, जबकि कर्ज को काबू में रखा जा सकता है.
अपने लाइफस्टाइल पर ध्यान दें
जैसे-जैसे आय बढ़ती है बेहतर कार खरीदने, बड़े घर में जाने या गैजेट और छुट्टियों पर ज्यादा खर्च करने का मन करता है. लेकिन ये लाइफस्टाइल से जुड़ी महंगाई अक्सर संभावित बचत को खा जाती है. एक मामूली लाइफस्टाइल बनाए रखें और आय में किसी भी बढ़ोतरी को जरूरत से ज्यादा खर्च के बजाय निवेश या इमरजेंसी के लिए सेविंग्स की ओर लगाएं.
इमरजेंसी फंड बनाएं
मेडिकल इमरजेंसी, नौकरी छूटना या बड़ी मरम्मत जैसे अप्रत्याशित खर्च आपकी वित्तीय योजनाओं को पटरी से उतार सकते हैं. इमरजेंसी फंड, जो आदर्श रूप से तीन से छह महीने के खर्च के बराबर होनी चाहिए, आपको संकट के समय निवेश में कटौती या ज्यादा ब्याज वाले लोन लेने से बचने में मदद करती है. इसे सेविंग्स अकाउंट या लिक्विड म्यूचुअल फंड जैसे किसी लिक्विड और सुरक्षित जगह में रखें.
अलग-अलग एसेट्स में निवेश करें
अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में नहीं रखें. एक अच्छे इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में इक्विटी (स्टॉक और म्यूचुअल फंड), डेट (PF, बॉन्ड, FD) और शायद रियल एस्टेट का मेल शामिल होना चाहिए. इक्विटी आपकी दौलत बढ़ाने में मदद करती है, जबकि डेट इंस्ट्रूमेंट स्थिरता देते हैं. उम्र, लक्ष्य और बाजार की स्थितियों के आधार पर समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो को संतुलित करें.
इंश्योरेंस खरीदें
दौलत का मतलब सिर्फ पैसे बढ़ाना नहीं है, बल्कि उसे सुरक्षित रखना भी है. स्वास्थ्य बीमा और टर्म लाइफ़ इंश्योरेंस जरूरी हैं. इनके बिना एक भी अस्पताल का बिल या कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना सालों की बचत को खत्म कर सकती है और आपके ऊपर निर्भर लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है.
पैसे को लेकर चीजें सीखें
वित्तीय साक्षरता एक जीवन भर चलने वाला सफर है. किताबें पढ़ें, विश्वसनीय फाइनेंशियल वेबसाइट्स को फॉलो करें और टैक्स प्लानिंग, महंगाई और एसेट क्लास की बेसिक बातें समझें. सबसे अहम बात अपनी वित्तीय योजना में निरंतरता बनाए रखें. बाजार के समय या जल्दी अमीर बनने की योजनाओं का पीछा करने से बचें. जैसे-जैसे आप ज्ञान हासिल कर सकते हैं, आप अपने पोर्टफोलियो को फिर से व्यवस्थित और डायवर्सिफाई बना सकते हैं.