समय से लोन की EMI नहीं चुकाने वाले ग्राहकों के लिए SBI की 'चॉकलेट' वाली 'गांधीगिरी' काम करने लगी है. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक को 'चॉकलेट-स्ट्रैटजी' से पहली 'फुल लोन रिकवरी' हुई है.
मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने BQ प्राइम को ये जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि कर्जधारक ने करीब 2 करोड़ रुपये का पर्सनल-सह-बिजनेस लोन चुका दिया है.
SBI ने हाल ही में ये अनोखी पहल शुरू की है, जिसके तहत ये समय से लोन की EMI नहीं भरने वालो लोगों के घर चॉकलेट भेजता है. दो फिनटेक कंपनियों के साथ मिलकर शुरू की गई इस पहल के तहत बैंक की ओर से प्रतिनिधि ग्राहक के घर पहुंचते हैं और उनसे समय से EMI चुकाने के लिए आग्रह करते हैं.
रिमाइंडर कॉल की प्रक्रिया
आमतौर पर जो कर्जदार समय से EMI का भुगतान नहीं करते या लोन डिफॉल्ट करने की सोच रहे होते हैं, उन्हें बैंक की ओर से पहले फोन कॉल कर के पेमेंट करने को कहा जाता है. ये पहली सामान्य कार्रवाई होती है. लेकिन कई बार ऐसे ग्राहक बैंक के रिमाइंडर कॉल का जवाब नहीं देते हैं.
जवाबी मुकदमे की धमकी
ऊपर जिस कर्जदार की चर्चा की गई है, उन्हें बैंक के प्रतिनिधि ने बताया कि डिफॉल्ट होने पर उन्हें किन कानूनी कार्रवाइयों का सामना करना पड़ सकता है. उक्त ग्राहक ने वसूली के लिए कानूनी उपायों को करने पर बैंक पर भी जवाबी मुकदमा करने की धमकी दी थी.
फिर चॉकलेट-स्ट्रैटजी का असर
इस ग्राहक के साथ बैंक ने 'चॉकलेट-स्ट्रैटजी' को अपनाया. मामले की जानकारी रखने वाले व्यक्ति ने बताया कि फिनटेक के जिन साझेदारों ने उस ग्राहक के घर का दौरा किया, उन्होंने चॉकलेट के एक पैकेट के साथ ग्राहक का स्वागत किया. स्ट्रैटजी काम आई और समझाए जाने के बाद ग्राहक लोन चुकाने को तैयार हुआ.
ऑफिशियल रिकवरी चैनल की तैयारी!
SBI ने कुछ और हफ्तों तक इस पायलट प्रोजेक्ट को जारी रखने की योजना बनाई है. फिर इस पर विचार किया जाएगा कि इसे एक ऑफिशियल रिकवरी चैनल कैसे बनाया जाए. हाल ही में SBI के अधिकारी अश्विनी कुमार तिवारी ने मुंबई में एक ग्लोबल SME फोरम के कार्यक्रम के दौरान इस प्रोजेक्ट के बारे में बताया था.
AI का उपयोग करने वाली दो फिनटेक कंपनियों के साथ हम अपने रिटेल कर्जदारों को उनके EMI की याद दिलाने का ये नया तरीका शुरू कर रहे हैं. एक फिनटेक कंपनी कर्जदारों के साथ सुलह पर काम कर रही है, जबकि दूसरी हमें कर्जदार की डिफॉल्ट प्रवृत्ति के बारे में सचेत कर रही है.अश्विनी कुमार तिवारी, MD इन-चार्ज, SBI रिस्क कंप्लायंस एंड स्ट्रेस्ड एसेट्स
उन्होंने कहा, 'चॉकलेट का एक पैकेट ले जाने और कर्जदारों से मिलने का विचार बैंक द्वारा अपनाया गया है और ये काम कर रहा है.'
दूसरे नंबर पर बैंक का रिटेल NPA
जून 2023 की तिमाही में बैंक का रिटेल लोन 16.46% से अधिक बढ़ कर 12,04,279 करोड़ रुपये हो गया है. इसमें पर्सनल, ऑटो, एजुकेशन और होम लोन शामिल हैं. एक साल पहले की इसी अवधि में ये आंकड़ा 10,34,111 करोड़ रुपये था. आंकड़ों के अनुसार, रिटेल NPA इस बुक का 3.04% था, जो कॉरपोरेट पोर्टफोलियो में दर्ज 3.42% NPA के बाद दूसरे नंबर पर है.