धीमी लोन ग्रोथ से HDFC बैंक के तिमाही नतीजों पर हो सकता है असर, ब्रोकरेजेज ने जताई चिंता

जेफरीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि लोन ग्रोथ सालना आधार पर 7% थी, जो कि धीमी है. ये अनुमानों के लिए जोखिम हो सकता है.

Source: BQ Prime

सितंबर में समाप्त तिमाही के लिए HDFC बैंक की प्री-अर्निंग बिजनेस अपडेट में धीमी लोन ग्रोथ ने ब्रोकरेजेज की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि, वे किसी भी रीरेटिंग से पहले बैंक के सितंबर-तिमाही के आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं.

एक्सचेंजों को दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में समाप्त तिमाही के लिए तिमाही आधार पर बैंक का ग्रॉस एडवांस 1.3% और सालाना आधार पर 7% बढ़कर 25.2 लाख करोड़ रुपये हो गया है. डिपॉजिट जो लोन ग्रोथ से पीछे है, तिमाही आधार पर 3.1% और सालाना आधार पर 15.4% बढ़कर 23.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है.

ब्रोकरेजेज की क्या है राय?

नोमुरा, मॉर्गन स्टेनली, जेफरीज ने अपनी रेटिंग बरकरार रखी है और अपने टार्गेट प्राइस में कोई बदलाव नहीं किया है. नोमुरा ने इस शेयर को 1,720 रुपये के टार्गेट के साथ 'न्यूट्रल' रेटिंग दी है, जो कि मौजूदा भाव से 3.8% की तेजी दर्शाता है. जेफरीज ने 1,682.15 रुपये के टार्गेट के साथ 'बाय' की रेटिंग दी है, जिसका मतलब है 1.5% का अपसाइड, और मॉर्गन स्टैनली ने 1,850 रुपये के टार्गेट के साथ 'ओवरवेट' रेटिंग दी है, जो 11.6% की तेजी का संकेत देता है.

जेफरीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि लोन ग्रोथ सालना आधार पर 7% थी, जो धीमी ग्रोथ को दर्शाती है. ये अनुमानों के लिए जोखिम भरा हो सकता है. इसके साथ ही जेफरीज ने कहा, 'हमारा मानना है कि तिमाही के अंत तक सेक्टर डिपॉजिट ग्रोथ में सुधार हुआ है जिससे ज्यादातर बैंकों को बेहतर ग्रोथ में मदद मिली है.

नोमुरा के अनुसार, लोन ग्रोथ में नरमी होलसेल सेगमेंट की वजह से है और रिटेल लोन ग्रोथ सालाना आधार पर 15% थी, जो कि बेहतर है. रिपोर्ट में कहा गया है, 'कमर्शियल और ग्रामीण बैंकिंग सेगमेंट लोन ग्रोथ के प्रमुख कारण बने रहे.

बैंक के लिए ब्रोकरेज का मीडियम टर्म का आउटलुक नरम रहने की उम्मीद है क्योंकि ये FY25-26 से अधिक 8% से 10.5% की सॉफ्ट लोन ग्रोथ में कारक है. "FY27 लोन टू डिपॉजिट रेश्यो में 91% रही, जो 85-87% के हमारे अनुमान से अधिक है.

मॉर्गन स्टैनली ने बताए बैंक के लिए कुछ जोखिम

मॉर्गन स्टैनली ने उसकी राय को लेकर कुछ जोखिमों का भी जिक्र किया. उसके मुताबिक आर्थिक ग्रोथ में सुस्ती से लोन ग्रोथ पर असर पड़ेगा. इसके साथ ज्यादा नॉन-परफॉर्मिंग लोन्स, डिपॉजिट ग्रोथ/ मार्जिन पर उम्मीद से कमजोर ग्रोथ और ECL और LCR गाइडलाइंस का उम्मीद से ज्यादा असर भी शामिल हैं.

देखें बैंक के शेयर का परफॉरमेंस

HDFC बैंक का शेयर दोपहर 12:44 बजे तक 1.07% गिरकर 1638.95 रुपये पर आ गया, जो 11 सितंबर के बाद का सबसे निचला स्तर है.

ये साल-दर-साल आधार पर 3.5% गिर गया है और पिछले 12 महीनों में 11.7% बढ़ गया है. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 39.42 पर था.

ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी पर नजर रखने वाले 47 एनालिस्ट में से 38 'बाय' रेटिंग बनाए रखते हैं, और नौ 'होल्ड' की सलाह देते हैं.

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