बर्मन परिवार ने केयर हेल्थ इंश्योरेंस से रश्मि सलूजा को पद से हटाने की मांग की है. केयर हेल्थ इंश्योरेंस, रेलिगेयर एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी है.
नाम ना छापने की शर्त पर मामले से जुड़े लोगों ने NDTV Profit को बताया कि बर्मन परिवार कंपनी की आने वाली AGM के बाद आगे कदम उठा सकता है.
बर्मन परिवार ने अपनी मांग के लिए रेगुलेटरी जांच को वजह बताया है, जिसके लिए बर्मन परिवार रश्मि सलूजा को जिम्मेदार मानता है.
बर्मन परिवार ने केयर हेल्थ इंश्योरेंस और कंपनी में बड़े निवेशक केदारा कैपिटल (Kedaara Capital) को सलूजा को हटाए जाने की मांग करते हुए लेटर भेजा है. केयर हेल्थ इंश्योरेंस ने मामले पर कहा है कि कंपनी एनुअल जनरल मीटिंग के बाद मामले पर विचार करेगी.
रेलिगेयर और बर्मन परिवार के बीच कानूनी लड़ाई
ये घटनाक्रम रेलिगेयर और बर्मन परिवार के बीच चल रहे मौजूदा तनाव के दौरान सामने आया है. इस विवाद में सिक्योरिटीज अपीलेट ट्रिब्यूनल (SAT) ने बर्मन परिवार के पक्ष में फैसला दिया था और रेलिगेयर को SEBI के आदेश का पालन करने के लिए कहा था.
SEBI ने बर्मन परिवार को 235 रुपये/शेयर के भाव पर रेलिगेयर में 1.73 करोड़ शेयर खरीद कर अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाकर 25% करने की अनुमति दी थी. हालांकि रेलिगेयर ने इसका विरोध किया और SEBI के आदेश को SAT में चुनौती दी. साथ ही दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका लगाकर बर्मन परिवार की अधिग्रहण प्रक्रिया में फॉरेंसिक जांच की मांग की. रेलिगेयर ने अधिग्रहण के लिए बर्मन परिवार की पात्रता पर सवाल उठाए थे.
SEBI ने पहले 12 जुलाई, 2023 तक रेलिगेयर को जरूरी अप्रूवल लेने का निर्देश दिया था, ताकि बर्मन परिवार के ओपन ऑफर को पूरा किया जा सके. लेकिन कंपनी सहयोग करने के मामले में धीमी रही. इसके बावजूद SAT ने रेलिगेयर को जारी शोकॉज नोटिस को रोककर कुछ राहत उपलब्ध कराई थी.
बर्मन परिवार द्वारा सलूजा को हटाने का दबाव और मौजूदा कानूनी लड़ाईयों से इन फाइनेंशियल पावरहाउसेज के बीच बढ़ता तनाव स्पष्ट झलक रहा है. AGM के बाद इस मामले में और डेवलपमेंट हो सकते हैं.