देश का स्वास्थ्य सेक्टर बदलाव के मुहाने पर है. मैक्स हेल्थकेयर, फोर्टिस हेल्थकेयर, ग्लोबल हेल्थ और नारायण हेल्थ जैसे प्रमुख प्लेयर्स बड़े पैमाने पर विस्तार के लिए कमर कस रहे हैं. देश के बड़े अस्पताल अगले तीन वर्षों (वित्तीय वर्ष 2026-28) में काफी अधिक निवेश करने की योजना बना रहे हैं. ये विस्तार पिछले चार वर्षों (वित्तीय वर्ष 2022-25) की तुलना में बहुत अधिक है.
स्वास्थ्य सेक्टर को बढ़ावा
स्वास्थ्य सर्विस की बढ़ती मांग: कोरोना महामारी के बाद के दौर में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ी है, जिससे पूरे देश में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सर्विस की मांग में तेजी से ग्रोथ हुई है.
अंतर को पाटना: स्वास्थ्य सर्विस की मांग और आधुनिक इंफ्रा की उपलब्ध सप्लाई के बीच बढ़ते अंतर का सामना कर रहा है. इन निवेशों का उद्देश्य उस महत्वपूर्ण अंतर को पाटना है.
वैकल्पिक सर्जरी और चिकित्सा पर्यटन: विशेष वैकल्पिक सर्जरी की डिमांड में ग्रोथ हुई है. साथ ही भारत की बढ़ती प्रसिद्धि चिकित्सा पर्यटन के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरा है.
जबकि अपोलो हॉस्पिटल्स और ग्लोबल हेल्थ जैसे कुछ प्लेयर्स पूरी तरह से नई सर्विस (ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स) के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. इस क्षेत्र में प्राथमिकता ब्राउनफील्ड विस्तार के लिए है - जिसका अर्थ है मौजूदा अस्पतालों का विस्तार करना.
ऐसा इसलिए है क्योंकि ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट्स आकर्षक लाभ देते हैं
प्रोफिटेबिलिटी: ग्रीनफील्ड यूनिट्स की तुलना में बहुत तेजी से प्रॉफिट मार्जिन में योगदान करना शुरू करते हैं.
कम लागत: मौजूदा इंफ्रा का फायदा उठाने से इंक्रीमेंटल लागत कम होती है
तत्काल क्षमता: ये अस्पतालों को तत्काल क्षमता की जरूरतों को अधिक तेजी से पूरा करने की अनुमति देता है
कैपिसिटी में उछाल
ये कैपिटल एक्सपेंडिचर अगले 3-4 वर्षों में इन टॉप हॉस्पिटल चेन के बेड कैपिसिटी को पर्याप्त ग्रोथ में बदल सकता है. ये आंकड़े ग्रोथ को दर्शाते हैं. उदाहरण के लिए मैक्स हेल्थकेयर अपनी मौजूदा बेड कैपिसिटी को 72% से अधिक बढ़ाने की योजना बना रहा है, जबकि ग्लोबल हेल्थ अपने बेड को लगभग दोगुना करने का लक्ष्य रखता है.
इन अस्पतालों में वर्तमान ऑक्यूपेंसी
मैक्स हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट: 75%
अपोलो हॉस्पिटल्स: 68%
फोर्टिस हॉस्पिटल्स: 66%
ग्लोबल हेल्थ: 62.1%
नारायण हेल्थ: 60%
इन्वेस्टमेंट आउटलुक
इनमें से कई अस्पताल स्टॉक वर्तमान में अपने ऐतिहासिक औसत की तुलना में हाई प्राइस टू-इनकम रेश्यो पर कारोबार कर रहे हैं. ये विश्वास और भविष्य की आय ग्रोथ ज्यादा उम्मीदों को दर्शाता है. विश्लेषकों का अनुमान है कि कैपिसिटी ग्रोथ से पर्याप्त रेवेन्यू और मुनाफा होगा भारत के अग्रणी अस्पताल ग्रुप द्वारा किया गया ठोस निवेश इस क्षेत्र के लिए एक मजबूत और गतिशील फेज का संकेत देता है, जो पूरे देश में बेहतर स्वास्थ्य सेवा पहुंच और गुणवत्ता का वादा करता है.