कोका कोला (Coca Cola) में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. खबर है कि कंपनी के ग्लोबल हेडक्वार्टर में एक सेक्रेटरी ने कोका कोला के एक नए प्रोडक्ट के बेहद कॉन्फिडेंशियल ट्रेड सीक्रेट्स को उसकी कट्टर प्रतिद्वंद्वी पेप्सी (Pepsi) को बेचने की कोशिश की है.
41 साल की इस सेक्रेटरी का नाम जोया विलियम्स है, जिसने अपने साथियों इब्राहिम डिम्सन और एडमंड डुहाने के साथ मिलकर 1.5 मिलियन डॉलर (12.6 करोड़ रुपये) में ट्रेड सीक्रेट्स को बेचने की साजिश रची. जोया विलियम्स को और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पेप्सी ने ही कर दिया पर्दाफाश
इस मामले में हुआ ये कि पेप्सी ने इस मौके का गलत फायदा उठाने की जगह इस गैर-कानूनी ऑफर की जानकारी कोका-कोला और FBI को दे दी. विलियम्स कोका-कोला के ग्लोबल ब्रैंड डायरेक्टर के असिस्टेंट के तौर पर काम करती थी. उसे सीक्रेट नए प्रोडक्ट से जुड़ी फाइल को चोरी करके बेचने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया.
FBI ने सीक्रेट ऑपरेशन के तहत अपराधियों को पकड़ने के लिए पेप्सी के कर्मचारियों के तौर पर खुद को पेश किया. डिम्सन ने कोका-कोला के गोपनीय दस्तावेजों और फाइल को 30,000 डॉलर के बदले एक येलो कूकी बॉक्स में छिपाकर सौंप दिया. अंडरकवर ऑपरेशन के बाद विलियम्स और उसके साथियों की गिरफ्तारी की गई.
पेप्सी की तारीफ
सरकारी वकील डेविड नाहमियास (David Nahmias) ने पेप्सी के फैसले की तारीफ की. उन्होंने कहा कि कंपनी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि कारोबारी वर्ग में ट्रेड सीक्रेट्स सभी लोगों के लिए अहम होते हैं. उन्हें ये अहसास हुआ कि अगर उनके ट्रेड सीक्रेट्स का उल्लंघन किया गया, तो बाजार और पूरे कारोबारी वर्ग का नुकसान होगा.
विलियम्स और उसके साथियों पर चोरी और गैर-कानूनी तरीके से ट्रेड सीक्रेट्स को बेचने के आरोप लगाए गए हैं. उन पर आरोप है कि उन्होंने पेप्सी को खत लिखा जिसमें उन्होंने 10,000 डॉलर (8,41,373 रुपये) के शुरुआती भुगतान की मांग की.
अपराधियों ने चिट्ठी में क्या लिखा?
रिपोर्ट्स के मुताबिक अपराधियों के नोट में लिखा था, 'मेरे पास वो जानकारी है कि जिसे बेहद गोपनीय माना जाता है और जिसके बारे में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों को ही पता होता है. मैं असल प्रोडक्ट्स और कुछ प्रोडक्ट्स की पैकेजिंग की जानकारी भी दे सकती हूं, जिसे शायद सिर्फ 5 शीर्ष अधिकारियों को छोड़कर किसी ने भी नहीं देखा है.'
ये घटना कोका कोला और पेप्सी के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा को एक बार फिर से दिखाती है. पिछले कुछ सालों में सॉफ्ट ड्रिंक्स की दोनों दिग्गज कंपनियों ने आक्रामक मार्केटिंग कैम्पेन, सेलिब्रिटी विज्ञापन और प्रोडक्ट टेस्ट चैलेंज जैसी रणनीतियों पर फोकस किया है.