ब्लूस्मार्ट के हमसफर बने धोनी और दीपिका पादुकोण समेत कई दिग्गज नाम, लेकिन...

प्राइवेटसर्किल के डेटा के मुताबिक, ब्लूस्मार्ट का लगभग एक तिहाई हिस्सा जग्गी बंधुओं के पास है. बी पी वेंचर्स के पास 14.3% हिस्सेदारी है

31 दिसंबर तक, जेनसोल इंजीनियरिंग के 37.4% शेयर पब्लिक इन्वेस्टर्स के पास थे. उस समय ये निवेश एक शानदार दांव साबित हो रहा था. कंपनी का शेयर मेन बोर्ड पर पहुंचने के बाद 68% का रिटर्न दे चुका था. इसके साथ ही, तीसरी तिमाही की कमाई भी संतोषजनक थी. निवेशकों के लिए ये सब एक सुनहरे भविष्य की ओर इशारा कर रहा था.

हालांकि, ये सारी चमक उस समय फीकी पड़ गई जब पिछले महीने कंपनी की डेट रेटिंग को घटाकर डिफॉल्ट कर दिया गया. इस खबर ने शेयर बाजार में हड़कंप मचा दिया. निवेशकों में बिकवाली की होड़ मच गई, नतीजा ये हुआ कि कंपनी ने महज एक महीने में अपनी मार्केट कैप का करीब 80% गंवा दिया. ये गिरावट किसी झटके से कम नहीं थी.

SEBI की ओर से कंपनी के प्रोमोटर्स के खिलाफ आदेश जारी हुआ, जांच का दायरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में, छोटे रिटेल निवेशकों को लगने लगा है कि उन्हें जेनसोल के प्रोमोटर्स

यानी जग्गी भाइयों की कहानी में भरोसा करने और निवेश करने के बदले धोखा मिला है.

हालांकि, जग्गी भाई काफी स्मार्ट निकले, उहोंने मशहूर हस्तियों जैसे महेंद्र सिंह धोनी और दीपिका पादुकोण के फैमिली ऑफिस से निवेश हासिल करने में सफलता हासिल की.

ब्लूस्मार्ट, कितना स्मार्ट?

NDTV प्रॉफिट ये पहले भी बता चुका है कि 'जेनसोल ब्लूस्मार्ट है' और 'ब्लूस्मार्ट जेनसोल है.' SEBI की ओर से अंतरिम आदेश जारी किए जाने के तुरंत बाद, ब्लूस्मार्ट की सर्विसेज दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में उपलब्ध नहीं थीं. प्राइवेटसर्किल के डेटा के मुताबिक, ब्लूस्मार्ट का लगभग एक तिहाई हिस्सा जग्गी बंधुओं के पास है. बी पी वेंचर्स के पास 14.3% हिस्सेदारी है, जो सीरीज ए स्टेज पर आती है, ब्लूस्मार्ट बहुत गर्व से 25 मिलियन डॉलर राउंड को मोबिलिटी सेक्टर में "दुनिया का सबसे बड़ा" ए-राउंड फंडरेजिंग कहता है.

ब्लूस्मार्ट की ड्राइविंग सीट पर कौन?

ब्लूस्मार्ट ने फरवरी, 2025 तक अपनी शेयरहोल्डिंग कम कर ली है. 2019 में, फर्म ने बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के फैमिली ऑफिस का एंटरप्राइजेज और बजाज फिनसर्व के संजीव बजाज सहित अन्य निवेशकों से एंजल राउंड में 3 मिलियन डॉलर जुटाए थे.

जुलाई 2024 में, ब्लूस्मार्ट ने स्विस इम्पैक्ट निवेशक रेस्पॉन्सएबिलिटी, पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान एम एस धोनी के फैमिली ऑफिस और रीन्यू के चेयरमैन सुमंत सिन्हा सहित कई बड़े नए निवेशकों से 200 करोड़ रुपये जुटाए.

कार में निवेश करिए और पाएं 20% रिटर्न

ब्लूस्मार्ट में निवेश का रास्ता सिर्फ इक्विटी तक सीमित नहीं था. कंपनी की वेबसाइट आज भी इलेक्ट्रिक व्हीकल मालिकों के लिए BluSmart Assure नाम का एक निवेश कार्यक्रम की पेशकश करती है. इस कार्यक्रम में कंपनी और प्रोमोटर्स का ट्रैक रिकॉर्ड और 20%+ रिटर्न जैसे दावे किए गए हैं.

कंपनी का दावा है कि उसने IREDA और PFC जैसी डेवलपमेंट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन के सपोर्ट से "EV एसेट फाइनेंसिंग" हासिल की है.

SEBI की जांच में पाया गया कि जेनसोल ने IREDA और PFC से 978 करोड़ रुपये का लोन हासिल किया था, जिसमें से 664 करोड़ रुपये का इस्तेमाल 6,400 इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदने के लिए किया जाना था, लेकिन खरीदी गईं केवल 4,704 गाड़ियां.

ब्लूस्टार कभी जेनसोल की सब्सिडियरी कंपनी नहीं थी. फिर भी, जेनसोल की लेटेस्ट सालान रिपोर्ट में ब्लूस्मार्ट की सहायक कंपनियों के साथ 148 करोड़ रुपये से अधिक के कॉन्ट्रैक्ट दर्ज हैं. ये दर्शाता है कि दोनों कंपनियों के बीच रिश्ता कितना गहरा था.