बंपर लिस्टिंग के बाद बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में अपर सर्किट, जानें क्या है वजह?

इस इश्यू में 93.7 करोड़ शेयर या 11.25% इक्विटी की बिक्री की गई थी. इसमें नए शेयर और OFS भी शामिल था.

NDTV प्रॉफिट रिसर्च के अनुसार, बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों को लिस्टिंग के बाद लिक्विडिटी की कमी का सामना करना पड़ सकता है. इसकी मुख्य वजह ये है कि लिस्टिंग के बाद म्यूचुअल फंडों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों जैसे संस्थानों से इस शेयर में उल्लेखनीय मांग देखी जा रही है. मंगलवार को इस स्टॉक ने 2.4 करोड़ शेयरों की मांग के साथ 10% का ऊपरी सर्किट मारा और NSE पर कोई भी बिकवाल नहीं था.

इस IPO ने निवेशकों की ओर से बंपर रिस्पॉन्स देखा था. इसे 3.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां मिली थीं. 70 रुपये के इश्यू प्राइस वाले इस शेयर की लिस्टिंग 114% प्रीमियम के साथ 150 प्रति शेयर पर हुई थी. सोमवार को कारोबार के अंत में कंपनी का शेयर 165 रुपये पर बंद हुआ था. मंगलवार को भी ये 10% प्रीमियम के साथ 181.5 रुपये पर बंद हुआ.

जानें लिक्विडिटी कम होने की वजह?

ये अनुमान लगाया गया है कि पहले दिन ट्रेडिंग के लिए केवल लगभग 2.5 से 4% इक्विटी शेयर ट्रेडिंग के लिए फ्री हुए होंगे. ये लिक्विडिटी भी अगले कुछ दिनों में कम हो जाएगी, हालांकि 12 अक्टूबर के बाद जब एंकर इन्वेस्टर्स के 12.55 करोड़ शेयर बाजार में आएंगे तब लिक्विडिटी कुछ सुधरेगी.

इस इश्यू में 93.7 करोड़ शेयर या 11.25% इक्विटी की बिक्री की गई थी. इसमें नए शेयर और OFS भी शामिल था. इसमें से केवल 68.60 करोड़ शेयर या 8.24% इक्विटी ही लिस्टिंग के बाद ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध है.

11 दिसंबर को खत्म होगा एंकर लॉक-इन

घरेलू और विदेशी निवेशकों (एंकर शेयरों सहित) के पास लिस्टिंग के समय कंपनी में केवल 4.87% इक्विटी शेयर थे, लेकिन फिलहाल इसमें से केवल 1.85% शेयर ट्रेड के लिए उपलब्ध है. यही नहीं संस्थागत निवेशक इसे बेच नहीं रहे हैं, बल्कि वो अपने पोर्टफोलियो में शेयर और जोड़ रहे हैं.

बजाज हाउसिंग फाइनेंस की लिस्टिंग के बाद एडजस्टेड बुक-प्राइस के 5.7 गुना पर ट्रेड कर सकती है. अगर कीमत आगे बढ़ती है, तो मल्टीपल भी आगे बढ़ जाएगा, जिससे ये प्रीमियम वैल्यू कंपनी बन जाएगी. 11 दिसंबर के बाद सभी एंकर शेयरों पर से लॉक-इन हट जाएगा.

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