RBI Monetary Policy: रेपो रेट बरकरार, GDP ग्रोथ 7.2% रहने का अनुमान! F&O पर बोले RBI गवर्नर- निवेशकों को खुद लेने चाहिए फैसले

रिजर्व बैंक की पॉलिसी ऐसे समय में आई है, जब पूरी दुनिया के बाजारों में घमासान मचा हुआ है, जापान ने चौथाई परसेंट दरें बढ़ा दी हैं, जबकि अमेरिका में फेड दरों को नीचे लाने की तैयारी कर रहा है.

Source: YT Videograb/RBI
LIVE FEED

केंद्रीय बैंक ने लगातार 9वीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने बताया कि रेपो रेट को 6.5% पर बरकरार रखा गया है. यानी होम लोन, कार लोन समेत हर तरह के लोन की EMI न बढ़ेगी और न ही कम होगी.

रिजर्व बैंक की पॉलिसी ऐसे समय में आई है, जब दुनियाभर के बाजारों में घमासान मचा हुआ है. जापान ने चौथाई परसेंट दरें बढ़ा दी हैं, जबकि अमेरिकी फेड दरों को नीचे लाने की तैयारी में जुटा है. इन ग्लोबल घटनाओं के बाद रिजर्व बैंक की पॉलिसी में लिए गए फैसलों का असर मार्केट पर भी दिखा.

RBI गवर्नर शक्तिकांता दास, डिप्‍टी गवर्नर माइकल पात्रा और अन्‍य सदस्‍यों ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में मीडिया के सवालों के जवाब भी दिए. अमेरिका में संभावित मंदी को लेकर बन रहे माहौल से जुड़े सवाल पर RBI गवर्नर ने कहा, 'अभी इस पर कुछ भी कहना जल्‍दबाजी होगी.'

RBI Policy पर यहां जानिए पूरी अपडेट.

F&O पर RBI गवर्नर का बड़ा बयान

F&O ट्रेडिंग और इक्विटी निवेश पर RBI गवर्नर ने कहा,

  • RBI के अर्ली वॉर्निंग ग्रुप ने F&O ट्रेड्स के बारे में SEBI से बात की है

  • लोगों को ये सलाह नहीं दे रहे कि इक्विटी की जगह डिपॉजिट में ज्यादा पैसे डालें

  • निवेशकों को अपने निवेश के फैसले खुद लेने चाहिए.

न्‍यूट्रल रेट, बेहतर इकोनॉमी का संकेत

RBI के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा ने कहा,

  • न्यूट्रल रेट, इकोनॉमी के बेहतर परफॉर्मेंस को दिखाता है.

  • मौजूदा पॉलिसी न्यूट्रल रेट्स पर आधारित है.

US मंंदी पर कुछ कहना जल्‍दबाजी होगी: RBI

RBI गवर्नर ने कहा, 'अमेरिका में 1 महीने के बेरोजगारी के आंकड़े से स्लोडाउन और रेट कट का अंदाजा नहीं लगाना चाहिए. अभी अमेरिका में मंदी के बारे में कहना जल्दबाजी होगी.'

MPC पर RBI की प्रेस कॉन्फ्रेंस

प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में RBI गवर्नर ने कहा,

  • घरेलू इकोनॉमिक ग्रोथ मजबूत, महंगाई में भी काफी गिरावट आई है

  • फाइनेंशियल सेक्टर स्थिर, बैलेंसशीट मजबूत है

  • फॉरेक्स रिजर्व ऐतिहासिक स्तरों पर पहुंचे

लोन बांटने को लेकर सतर्क रहें बैंक: RBI

RBI गवर्नर ने गोल्ड लोन और होम लोन पर टॉप-अप लोन देने वाले बैंक और NBFCs पर बड़ा ऐलान किया. उन्‍होंने कहा,

  • कुछ बैंक-NBFCs लोन और कोलैटरल वैल्यू के मामले में रेगुलेटरी नियमों को फॉलो नहीं कर रहे हैं

  • इस तरह के टॉप-अप्स से मिले फंड का इस्तेमाल अनप्रोडक्टिव और सट्टेबाजी के कामों में हो सकता है

  • बैंकों को इसका रिव्यू करना चाहिए और जरूरी कदम उठाने चाहिए

UPI और चेक से जुड़े 2 बड़े फैसले 

RBI गवर्नर ने UPI और चेक क्‍लीयरेंस से जुड़े 2 बड़े फैसलों की जानकारी दी. उन्‍होंने कहा,

  • UPI से टैक्स पेमेंट्स की सीमा 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख की गई

  • चेक क्लीयरिंग का समय घटेगा, चेक जमा होने के कुछ घंटे में ही क्लीयर होंगे

मजबूत फ्रेमवर्क बनाएं बैंक

रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा,

  • ग्लोबल टेक्निकल आउटेज ने दिखाया कि एक छोटा-सा बदलाव भी कितनी दिक्कतें खड़ी कर सकता है

  • बैंकों और फाइनेंशियल सर्विसेज को एक मजबूत और स्थिर फ्रेमवर्क बनाना चाहिए

बैंकों को RBI का संदेश

RBI गवर्नर ने कहा कि बैंकों को अपने इनोवेटिव प्रोडक्ट्स और बड़े ब्रांच नेटवर्क के जरिए हाउसहोल्ड सेविंग्स पर फोकस करना चाहिए.

बैंकों की डिपॉजिट ग्रोथ घटी 

RBI गवर्नर ने कहा,

  • रिटेल निवेशकों को अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट पसंद आ रहे

  • बैंकों की डिपॉजिट ग्रोथ घटी

  • बैंकों को फंडिंग में दिक्कतें आ रही हैं

  • लोन ग्रोथ ने डिपॉजिट ग्रोथ को पीछे छोड़ा

फूड इनफ्लेशन के चलते बढ़ी महंगाई 

RBI गवर्नर ने कहा,

  • रिटेल महंगाई में खाद्य महंगाई का वेटेज 46% है

  • मई-जून में रिटेल महंगाई बढ़ाने में 75% योगदान फूड इनफ्लेशन का था

  • कोर महंगाई में गिरावट देखकर हम निश्चिंत नहीं रह सकते

  • महंगाई को लेकर हमें सतर्क रहना होगा

महंगाई को लेकर क्‍या बोले गवर्नर?

RBI गवर्नर ने कहा, FY25 में CPI महंगाई 4.5% रहने का अनुमान है.

  • Q2: CPI महंगाई 4.4% का अनुमान

  • Q3: CPI महंगाई 4.7% रहने का अनुमान

  • Q4: 4.3% CPI महंगाई का अनुमान

Q1FY26 में CPI महंगाई 4.4% रहने का अनुमान

अगले वर्ष भी अच्‍छे संकेत 

RBI गवर्नर ने कहा कि FY26 की पहली‍ तिमाही में रियल GDP ग्रोथ 7.2% रहने का अनुमान है.

FY25 में रियल GDP ग्रोथ 7.2% रहने का अनुमान

  • Q1: GDP ग्रोथ 7.1% रहने का अनुमान

  • Q2: 7.2% GDP ग्रोथ का अनुमान

  • Q3: GDP ग्रोथ 7.3% रहने का अनुमान

  • Q4: 7.2% GDP ग्रोथ का अनुमान

निवेश में आई तेजी

  • बैंक क्रेडिट की वजह से प्राइवेट कॉरपोरेट इन्वेस्टमेंट में तेजी आ रही है

  • मई में सर्विस एक्सपोर्ट में डबल डिजिट ग्रोथ रही, जून में हल्की गिरावट दिखी

ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक

  • कई ग्लोबल सेंट्रल बैंक अब दरें घटाने की तरफ बढ़ रहे हैं

  • कुछ देशों के सेंट्रल बैंकों ने इस दौरान दरें बढ़ाईं भी हैं

  • ग्लोबल ग्रोथ आउटलुक शॉर्ट टर्म में पॉजिटिव लेकिन मध्यम अवधि में चुनौतियां

महंगाई में गिरावट का ट्रेंड

  • रिटेल महंगाई अप्रैल-मई में 4.8% पर रही, जून में बढ़कर 5.1% पर पहुंची

  • महंगाई और कीमतों में स्थिरता से ही तेज ग्रोथ को बरकरार रखा जा सकता है

रेपो रेट बरकरार, भारत की ग्रोथ मजबूत

RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा,

  • दरों में नहीं हुआ कोई बदलाव, रेपो रेट 6.5% पर बरकरार

  • MPC ने 4:2 से किया दरों में बदलाव नहीं करने का फैसला

  • भारत की ग्रोथ मजबूत, महंगाई में गिरावट का ट्रेंड

अप्रैल में पॉज से पहले 250bps बढ़ चुकी हैं दरें

मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी ने पिछले साल अप्रैल में ब्याज दरों को पॉज किया था, उसके पहले बेंचमार्क रेपो दर में 250 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की थी. पिछली पॉलिसी में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट को बिना बदलाव के 4:2 की मेजोरिटी के साथ 6.5% पर बरकरार रखा था. स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट को 6.25% पर बरकरार रखा गया था. मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट को भी 6.75% पर ही रखा गया था

आज की RBI पॉलिसी में क्या हो सकता है फैसला?

सितंबर में अमेरिका घटाएगा दरें!

जुलाई की पॉलिसी में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को लगातार 8वीं बार नहीं बदला, हालांकि इसका अनुमान पहले से ही था, लेकिन जिस तरह से जेरोमी पॉवेल की कमेंट्री आई, जिसमें उन्होंने साफ संकेत दिया कि सितंबर से रेट कट के बारे में विचार किया जा सकता है, इसने बाजारों में नई जान फूंक दी. जेरोम पॉवेल ने माना कि महंगाई कम हो रही है, लेकिन उनकी चिंता बेरोजगारी ज्यादा है. बीते दिनों अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े अनुमान से बेहद खराब आए हैं.

लगातार 8 बार ब्याज दरें पॉज रहने के बाद, क्या रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास पॉलिसी रेट्स में बदलाव करेंगे. इसका पता, पॉलिसी ऐलान के साथ ही हो जाएगा. एक्सपर्ट्स और एनालिस्ट्स यही मानकर चल रहे हैं कि इस पॉलिसी में भी ब्याज दरों में किसी तरह का कोई बदलाव होने की उम्मीद नहीं है.

हालांकि नजर इस बात पर रहेगी कि गवर्नर का रुख क्या रहता है, क्योंकि थोड़ा सा भी Dovish रुख बाजार के लिए शुभ संकेत साबित हो सकता है.

रिजर्व बैंक की पॉलिसी ऐसे समय में आ रही है, जब पूरी दुनिया के बाजारों में घमासान मचा हुआ है, जापान ने चौथाई परसेंट दरें बढ़ा दी हैं, जबकि अमेरिकी फेड दरों को नीचे लाने की तैयारी में जुटा है, संभावना ये जताई जा रही है कि सितंबर में पहला रेट कट हो सकता है.

इन सब ग्लोबल घटनाओं का रिजर्व बैंक की पॉलिसी पर क्या असर होगा, आगे के लिए क्या आउटलुक दिए जाएंगे, ये बाजार जानना चाहता है.

जरूर पढ़ें
1 जून तिमाही में नरमी के बावजूद RBI देश के GDP ग्रोथ रेट पर पॉजिटिव: शक्तिकांता दास
2 वर्ल्ड बैंक ने भारत का GDP ग्रोथ अनुमान बढ़ाया, कहा- 7% की दर से बढ़ेगी इंडियन इकोनॉमी
3 Q1 FY25 में 6.7% रही GDP ग्रोथ रेट; अनुमान के मुताबिक रही दर
4 Moody's ने भारत का GDP ग्रोथ अनुमान बढ़ाया; 2024 में विकास दर 7.2% रहने का आकलन
5 RBI Monetary Policy: लगातार 9वीं बार नहीं बदलीं ब्याज दरें, आगे के लिए भी कोई संकेत नहीं