ई-कामर्स का बढ़ता कारोबार : मॉल में 25 प्रतिशत स्थान खाली, किराया 30 प्रतिशत गिरा - स्टडी

वाणिज्य एवं उद्योग संगठन एसोचैम के एक अध्ययन में दावा किया है कि ऑनलाइन शॉपिंग के प्रति बढ़ते आकर्षण से शॉपिंग मॉल में 20 से 25 प्रतिशत स्थान खाली पड़ा है और उनका किराया भी 30 प्रतिशत तक घट गया है।

प्रतीकात्मक चित्र

वाणिज्य एवं उद्योग संगठन एसोचैम के एक अध्ययन में दावा किया है कि ऑनलाइन शॉपिंग के प्रति बढ़ते आकर्षण से शॉपिंग मॉल में 20 से 25 प्रतिशत स्थान खाली पड़ा है और उनका किराया भी 30 प्रतिशत तक घट गया है।

एसोचैम के इस अध्ययन के मुताबिक भारत में यह रुझान अमेरिका, ब्रिटेन और दूसरे देशों में 200 से अधिक शॉपिंग मॉल में पहुंचने वाले ग्राहकों की संख्या में आती गिरावट के अनुरूप है। अमेरिका में शॉपिंग माल में 46 प्रतिशत तक स्थान खाली पड़े हैं, जबकि ब्रिटेन में 32 प्रतिशत जगह खाली हैं।

इसके विपरीत भारत में कंप्यूटर के जरिये ऑनलाइन खरीदारी पर मांग में सुस्ती का कहीं कोई प्रभाव नहीं दिखाई देता है। ऑनलाइन खरीदारी यानी ई-कामर्स उद्योग के अगले पांच साल के दौरान 35 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि के साथ 100 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर जाने का अनुमान है।

एसोचैम और प्राइसवाटर हाउसकूपर्स (पीडब्लयूसी) के इस अध्ययन के मुताबिक इस समय भारत में ई-कॉमर्स उद्योग 17 अरब डॉलर का है। इसमें कहा गया है कि ई-कॉमर्स उद्योग में अगले साल भी मजबूती का रुख रहने की उम्मीद है।

इस दौरान व्यक्तिगत ऑनलाइन खरीदारी मौजूदा 65 प्रतिशत की वृद्धि से बढ़कर 2016 में यह 72 प्रतिशत औसत सालाना वृद्धि तक पहुंच जाएगी। ऑनलाइन खरीदारी में ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, किताबें, संगीत, कपड़े, खेलकूद का सामान और यात्रा के दौरान काम आने वाले सामान की खरीदारी की जाती है।

एसोचैम महासचिव डीएस रावत ने अध्ययन जारी करते हुए कहा कि यह सही है कि ऑनलाइन शॉपिंग में अच्छी वृद्धि दर्ज की जा रही है, जबकि मॉल में सुस्ती दिखाई दे रही है। इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ने के साथ ही ई-कॉमर्स कारोबार में वृद्धि हो रही है।

लेखक Reported by Bhasha
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