Accenture Plc. ने भारत और श्रीलंका में अपने कर्मचारियों की सैलरी ना बढ़ाने का फैसला किया है. कंपनी ने कहा कि उन्होंने जो अनुमान लगाया था, हालात उससे ज्यादा खराब हैं. कंपनी का रेवेन्यू भी अगस्त में खत्म हुए फाइनेंशियल ईयर में अनुमान से कम रहा है.
एक्सेंचर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर अजित विज (Accenture MD Ajit Viz) ने कर्मचारियों को इंटरनल ईमेल में कहा, 'हमारी फिलॉसफी है कि हम मार्केट रिलेवेंट पे उपलब्ध कराएं, जो एक्सेंचर के लिए अफॉर्डेबल भी हो. पे-रोल का मार्केट के साथ समन्वय बनाए रखना हमारे बिजनेस के लिए जरूरी है. इसमें हमारी सर्विसेज के लिए सही कीमत को बनाए रखना भी शामिल है.'
उन्होंने आगे कहा, 'FY23 में हमारे प्रदर्शन की बैकग्राउंड में हम इस साल बेस पे में कोई इजाफा नहीं करेंगे. सिर्फ कुछ क्रिटिकल स्किल एरिया में कानूनी तौर पर अनिवार्य बढ़ोतरी की जाएगी.'
BQ प्राइम ने इंटरनल ईमेल की कॉपी देखी है. एक्सेंचर को भेजे ईमेल का इस रिपोर्ट को प्रकाशित करने तक कोई जवाब नहीं आया है.
बता दें पंद्रह दिन पहले ही एक्सेंचर ने अगस्त 2024 में खत्म हुए फाइनेंशियल ईयर में अनुमान से कम रेवेन्यू ग्रोथ होने की बात कही थी. इससे पहले मार्च में कंपनी ने दुनियाभर में 19,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी.
उम्मीद से कम रहा था रेवेन्यू
28 सितंबर को जारी किए गए स्टेटमेंट के मुताबिक, दुनिया की सबसे बड़ी IT कंपनी ने 31 अगस्त को खत्म हुए क्वार्टर में 4% रेवेन्यू ग्रोथ (YoY) दर्ज की थी और रेवेन्यू 16 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया था. ब्लूमबर्ग के मुताबिक एनालिस्ट ने इस क्वार्टर में 16.07 बिलियन डॉलर के रेवेन्यू का अंदाजा लगाया था. मतलब रेवेन्यू कलेक्शन उम्मीद से कम रहा था.
विज ने आगे कहा, 'मैं आने वाले साल के लिए आशावादी हूं. मुझे अपनी क्षमताओं पर भरोसा है कि हम पिछले साल की सफलता से आगे ग्रोथ करेंगे. हमारे क्लाइंट्स को आज हमारी सबसे ज्यादा जरूरत है. उनके पास रहकर, उन्हें इनोवेटिव आइडिया उपलब्ध करवाकर और उनके लिए ज्यादा वैल्यू क्रिएट कर हम FY24 में उन्हें और हमारे सभी स्टेकहोल्डर्स को फायदा पहुंचाएंगे.'