Magic of SIP: निवेशकों के लिए इन 5 म्यूचुअल फंड्स ने किया कमाल, सिर्फ 200 रुपये रोज की बचत पर 20 साल में बनाया करोड़पति

बाजार (Market) में ऐसे कई म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) हैं, जिनमें SIP (Systematic Investment Plan) करने वाले निवेशकों को पिछले 20 साल से 15 से 20% सालाना के हिसाब से रिटर्न (Return) मिल रहा है.

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रिटायरमेंट (Retirement) के बाद बेहतर जिंदगी बिताने के लिए अच्छा-खासा बैंक बैलेंस या कॉर्पस हो, ये भला कौन नहीं चाहेगा. लेकिन इस चाहत को पूरा करने का सही तरीका क्या है? क्या बड़ा बैंक बैलेंस बनाने के लिए बड़ी बचत करना जरूरी है? बहुत से लोगों को ऐसा ही लगता है कि बड़ा कॉर्पस बनाने के लिए निवेश की रकम भी बड़ी ही होनी चाहिए. लेकिन यह सोच सही नहीं है. छोटी-छोटी बचत भी अगर नियमित रूप से की जाए और उन पैसों को सही जगह निवेश किया जाए, तो लंबे समय के दौरान अच्छा-खासा फंड (Fund) जुटाया जा सकता है. कैसे? ये हम आज समझने की कोशिश करेंगे. 

छोटी बचत को न करें नजरअंदाज

क्‍या आपने कभी यह कैलकुलेट करने की कोशिश की है कि रोज के खाने पीने या घूमने फिरने के खर्च में कितना खर्च बेवजह था या उसे बचाया जा सकता था. अगर नहीं तो आप रोज के घूमने फिरने, चाय पानी, सिगरेट या इंटरटेनमेंट सहित तमाम खर्चों में से बस थोड़े-थोड़े पैसे बचाकर निवेश करने की आदत डालें तो भविष्य में बहुत बड़ा सपोर्ट मिल सकता है. म्यूचुअल फंड का सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान इसमें आपकी मदद कर सकता है. क्योंकि इसके जरिये निवेश करने पर आपको कंपाउंडिंग और एवरेजिंग, दोनों का लाभ मिलता है. हमने यहां एक कैलकुलेशन दिया है कि किस तरह से रोज 200 रुपये की बचत 20 साल में आपको करोड़पति बना सकती है.  

छोटी-छोटी रकम निवेश करने की सुविधा

SIP में यह सुविधा है कि निवेशक एकमुश्त निवेश करने की बजाय हर महीने कोई भी निश्चित रकम म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकता है. यानी इस विकल्प में आपका पूरा पैसा एक बार में ही या एक ही जगह नहीं ब्लॉक होता. इसका फायदा यह है कि आपको अपने निवेश का समय समय पर आकलन करने का मौका मिल जाता है. साथ ही इससे अनुशासित निवेश को भी बढ़ावा मिलता है. बाजार में ऐसे कई म्‍यूचुअल फंड हैं, जिनमें SIP करने वाले निवेशकों को पिछले 20 साल से 15 फीसदी से 20 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न मिल रहा है.

200 रुपये प्रतिदिन के निवेश से करोड़पति बनाने वाली स्कीम

SBI कंजम्पशन अपॉर्च्युनिटी फंड

  • 20 साल में SIP रिटर्न: 19.29 फीसदी सालाना

  • 200 रुपये रोज के हिसाब से मंथली SIP: 6000 रुपये

  • 20 साल में कुल निवेश: करीब 14.40 लाख रुपये

  • 20 साल में जमा फंड की वैल्यू: 1,70,43,225 रुपये (करीब 1.7 करोड़ रुपये)

  • फायदा: 1,56,03,225 रुपये (करीब 1.56 करोड़ रुपये)

क्वांट स्मॉलकैप फंड

  • 20 साल में SIP रिटर्न: 18.68 फीसदी सालाना

  • 200 रुपये रोज के हिसाब से मंथली SIP: 6000 रुपये

  • 20 साल में कुल निवेश: करीब 14.40 लाख रुपये

  • 20 साल बाद फंड की वैल्यू: 1,55,55,934 रुपये (करीब 1.55 करोड़ रुपये)

  • फायदा: 1,41,15,934 रुपये (करीब 1.41 करोड़ रुपये)

ICICI Pru टेक्‍नोलॉजी फंड

  • 20 साल में SIP रिटर्न: 18.58 फीसदी सालाना

  • 200 रुपये रोज के हिसाब से मंथली SIP: 6000 रुपये

  • 20 साल में कुल निवेश: करीब 14.40 लाख रुपये

  • 20 साल बाद फंड की वैल्यू: 1,53,25,727 रुपये (करीब 1.53 करोड़ रुपये)

  • फायदा: 1,38,85,727 रुपये (करीब 1.39 करोड़ रुपये)

निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड

  • 20 साल में SIP रिटर्न: 18.25 फीसदी सालाना

  • 200 रुपये रोज के हिसाब से मंथली SIP: 6000 रुपये

  • 20 साल में कुल निवेश: करीब 14.40 लाख रुपये

  • 20 साल बाद SIP की वैल्यू: 1,45,91,721 रुपये (करीब 1.46 करोड़ रुपये)

  • फायदा: 1,31,51,721 रुपये (करीब 1.31 करोड़ रुपये)

सुंदरम मिडकैप फंड

  • 20 साल में SIP रिटर्न: 18.25 फीसदी सालाना

  • 200 रुपये रोज के हिसाब से मंथली SIP: 6000 रुपये

  • 20 साल में कुल निवेश: करीब 14.40 लाख रुपये

  • 20 साल बाद फंड की वैल्यू: 1,45,48,471 रुपये (करीब 1.45 करोड़ रुपये)

  • फायदा: 1,31,08,471 रुपये (करीब 1.31 करोड़ रुपये)

(रिटर्न सोर्स: वैल्यू रिसर्च, एसआईपी कैलकुलेटर)

SIP के क्‍या हैं फायदे

एसआईपी के जरिए निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आप छोटी-छोटी रकम को नियमित रूप से इनवेस्ट करके बड़ी पूंजी जमा कर सकते हैं. यह नियमित निवेश का एक अनुशासित तरीका है. SIP के जरिए निवेश करने में इन्‍वेस्‍टमेंट पीरियड और अमाउंट को लेकर फ्लेक्सिबिलिटी रहती है. आप अपनी सुविधा के अनुसार हर महीने, तिमाही या छमाही SIP का विकल्प भी चुन सकते हैं. अगर कभी दिक्कत हो तो आप SIP रोक सकते हैं या इमरजेंसी में पैसों की जरूरत हो तो एसआईपी के जरिए जमा फंड से पैसे निकाल भी सकते हैं.

एसआईपी के जरिए निवेश करने पर आपको एवरेजिंग का फायदा मिलता है. यानी अगर आपने मार्केट में गिरावट के समय निवेश किया तो आपको ज्यादा यूनिट्स अलॉट होंगी और मार्केट में तेजी आने पर अलॉट होने वाली यूनिट्स की संख्या कम होगी. कुल मिलाकर लंबी अवधि के दौरान मार्केट में उतार-चढ़ाव के बावजूद आपका निवेश औसत स्तर पर बना रहेगा. इसके अलावा लगातार लंबे समय तक SIP के जरिए निवेश करने पर कंपाउंडिंग का फायदा भी मिलता है.

क्या है कंपाउंडिंग

अगर आपने कहीं निवेश किया है और उस पर साल भर में जो ब्याज या रिटर्न मिलता है, वो अगले साल के लिए मूलधन में जुड़ जाता है और फिर अगले साल आपको उस पर भी ब्याज या रिटर्न मिलता है. इसी को कंपाउंडिंग कहते हैं. मिसाल के तौर पर अगर आप 1 लाख रुपये निवेश करते हैं और उस पर 10 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न मिलता है तो एक साल बाद आपकी पूंजी 1 लाख 10 हजार रुपये हो जाएगी. यानी अगले साल आपको इस 1 लाख 10 हजार रुपये पर 10 फीसदी ब्याज या रिटर्न मिलेगा. मैच्योरिटी तक आपको इसी तरह रिटर्न पर रिटर्न मिलता रहेगा. निवेश जितने लंबे समय तक चलेगा, कंपाउंडिंग का लाभ उतना ही ज्यादा नजर आएगा.