2025 में ब्याज दरों में कटौती शुरू होने की संभावना है. ये कहना है कोटक म्यूचुअल फंड के MD नीलेश शाह का. उन्होंने बताया कि भारत में ब्याज दरों में कटौती का चक्र 2025 में शुरू होने वाला है, क्योंकि RBI के पास आर्थिक अनुकूल परिस्थितियों को देखते हुए 'बैकफुट पर खेलने की सुविधा' है.
पीयर ग्रुप में ग्रोथ सबसे तेज: नीलेश शाह
नीलेश शाह ने बताया कि पीयर ग्रुप में भारत में ग्रोथ सबसे तेज है. महंगाई RBI के मिड-टारगेट सीमा से नीचे है. रुपया स्थिर है. महंगाई स्थिर रहने की संभावना है. ऐसे परिदृश्यों में जब सब कुछ आपके पक्ष में हो, ऐसी चीज की मरम्मत क्यों करें जो टूटी ही नहीं है?
उन्होंने कहा कि RBI को फेड रेट कट साइकिल का पालन करने की जरूरत नहीं है क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था फिस्कल डेफिसिट और मंदी से संभल रही है. RBI के पास सभी विकल्प खुले हैं और वे शायद थोड़ा जल्दी के बजाय थोड़ा देर से खेलेंगे. उन्हें वर्ष में दरों में कटौती की उम्मीद नहीं है.
F&O पर SEBI की स्टडी पर नीलेश शाह ने क्या कहा?
शाह ने कहा कि SEBI ये गारंटी नहीं दे सकता कि डेरिवेटिव सेक्टर में ट्रेड करते समय हर कोई पैसा कमाए.
उन्होंने कहा कि इस बारे में कुछ शर्तें होनी चाहिए कि कौन पार्टिसिपेट कर सकता है, उन्हें फ्यूचर एंड ऑप्शंस के बारे में कितनी जानकारी है और कितना फायदा उठाया है. ऐसा नहीं है कि लोग शेयर बाजार में पैसा खो देते हैं. ट्रेडर ही घटा सहता है और निवेशक ही पैसा कमाते हैं.
शाह ने कहा कि एक समाज के रूप में ये चेतावनी दी जाती है कि तंबाकू खरीदते समय सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और यही मानक उन लोगों के लिए भी लागू होना चाहिए जो F&O में पार्टिसिपेट होना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि मार्केट रेगुलेटर के पास ये विवेक होना चाहिए कि F&O में पार्टिसिपेट होने के लिए क्या सेफगार्ड लिए जा सकते हैं.