निजी क्षेत्र के यस बैंक का एकल शुद्ध लाभ 2017-18 की मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में 29 प्रतिशत बढ़कर 1,179.44 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. 2016-17 की जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक का मुनाफा 914.12 करोड़ रुपये था. बैंक ने नियामकीय जानकारी में कहा कि इस अवधि में उसकी कुल आय 27.8 प्रतिशत बढ़कर 7,163.95 करोड़ रुपये हो गयी, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में 5,606.38 करोड़ रुपये थी.
आलोच्य अवधि के दौरान बैंक की ब्याज से शुद्ध आय 31.4 प्रतिशत बढ़कर 2,154.20 करोड़ रुपये हो गयी. इसी के साथ गैर-ब्याज आय 13 प्रतिशत बढ़कर 1,421 करोड़ रुपये हो गयी. वार्षिक आधार पर, 2017-18 में बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ 26 प्रतिशत बढ़कर 4,233.22 करोड़ रुपये रहा, जो कि 2016-17 में 3,339.89 करोड़ रुपये था.
बैंक की एकीकृत शुद्ध आय 2016-17 में 20,642.80 करोड़ रुपये से बढ़कर 2017-18 में 25,561.75 करोड़ रुपये हो गयी. परिसंपत्ति के मोर्च पर , 2017-18 में बैंक का सकल एनपीए गिरकर कुल कर्ज का 1.28 प्रतिशत पर आ गया, जो कि 2016-17 में 1.52 प्रतिशत था.
मूल्य के आधार पर, सकल एनपीए या फंसे कर्ज मार्च 2018 के अंत में 2,626.80 करोड़ रुपये रहा , जो कि एक साल पहले 2,016 करोड़ रुपये था. बैंक के निदेशक मंडल की आज हुई बैठक में 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के लिए 2.70 रुपये या 135 प्रतिशत प्रति शेयर के लाभांश की सिफारिश की है. इसके लिए शेयरधारकों की मंजूरी ली जाएगी.