Anarock Consumer Sentiment Survey H2 2024: भारतीय महिलाएं अब रियल एस्टेट बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. न केवल वे घरों में निवेश बढ़ा रही हैं, बल्कि वे प्रीमियम और लग्जरी प्रॉपर्टीज को भी प्राथमिकता दे रही हैं. एनारॉक कंज्यूमर सेंटिमेंट सर्वे (H2 2024) के अनुसार, महिलाएं जो घर खरीद रही हैं, उनमें से ज्यादातर में परिवार खुद रह रहे हैं, लेकिन निवेश की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है.
मकान खरीदने के पीछे, रहने के उद्देश्य और निवेश के उद्देश्य का अनुपात साल 2022 की दूसरी छमाही में 79:21 था, जो अब 69:31 हो गया है. यानी, 69% महिलाएं स्वयं रहने के लिए घर खरीद रही हैं, जबकि 31% महिलाएं इसे निवेश के रूप में देख रही हैं.
शेयर मार्केट vs रियल एस्टेट vs सोना
रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं के लिए रियल एस्टेट सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प बन चुका है. सर्वेक्षण में शामिल 70% महिलाओं ने इसे अपनी पहली पसंद बताया, जबकि 2022 में ये आंकड़ा 65% था और 2019 के प्री-कोविड सर्वे में 57% था.
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी के मुताबिक, महिलाओं का रुझान शेयर बाजार की तुलना में अब रियल एस्टेट की ओर ज्यादा है. 2022 में 20% महिलाएं शेयर बाजार को तरजीह देती थीं, लेकिन अब ये आंकड़ा घटकर केवल 2% रह गया है. हालांकि, सोने में रुचि थोड़ी बढ़ी है.
महिलाओं की निवेश सूची में सोना एकमात्र ऐसा विकल्प है, जिसकी लोकप्रियता बढ़ी है. 2022 में 8% महिलाएं सोने में निवेश करती थीं, जबकि 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 12% से अधिक हो गया है.अनुज पुरी, चेयरमैन, एनारॉक ग्रुप
अनुज पुरी का कहना है, 'महिलाएं अब अधिक स्वतंत्र हो रही हैं और उनकी डिस्पोजेबल इनकम भी बढ़ी है. इससे वे अधिक आत्मविश्वास के साथ घरों में निवेश कर रही हैं.'
महिलाओं की पसंद, प्रीमियम और लग्जरी घर
रिपोर्ट बताती है कि अधिक महिलाएं अब प्रीमियम और लग्जरी घरों की ओर आकर्षित हो रही हैं. H2 2024 में 52% महिलाओं ने ₹90 लाख से अधिक की प्रॉपर्टीज को प्राथमिकता दी, जबकि 2022 में यह आंकड़ा 47% था. ताजा सर्वे के मुताबिक,
33% महिलाओं ने ₹90 लाख से ₹1.5 करोड़ की प्रॉपर्टीज चुनीं
11% ने ₹1.5 करोड़ से ₹2.5 करोड़ की प्रॉपर्टीज खरीदीं
8% महिलाओं ने ₹2.5 करोड़ से अधिक की संपत्तियों में निवेश किया
नए प्रोजेक्ट्स में बढ़ी दिलचस्पी
महिलाओं में निर्माणाधीन प्रॉपर्टीज में निवेश करने की प्रवृत्ति भी बढ़ी है. H2 2024 में 18% महिलाओं ने निर्माणाधीन घरों को पसंद किया, जो 2022 में केवल 10% थी. वहीं, रेडी-टू-मूव-इन घरों की मांग 48% से घटकर 29% रह गई है.
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
रियल एस्टेट में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ये दर्शाती है कि वे अब केवल घर खरीदने तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि इसे एक महत्वपूर्ण निवेश अवसर के रूप में भी देख रही हैं. बढ़ती आर्थिक स्वतंत्रता और स्थिर रिटर्न की वजह से महिलाएं अब घरों में निवेश को प्राथमिकता दे रही हैं. आने वाले वर्षों में ये प्रवृत्ति और अधिक मजबूत होने की संभावना है.