बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी, निफ्टी 10,000 अंक के ऊपर बंद

बीएसई का मिडकैप सूचकांक 101.55 अंकों की तेजी के साथ 15,935.68 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 159.47 अंकों की तेजी के साथ 16,892.50 पर बंद हुआ. पिछले दो दिनों में सेंसेक्स 254.86 अंक मजबूत हुआ.

प्रतीकात्मक चित्र

बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 78 अंक की बढ़त के साथ दो सप्ताह के उच्च स्तर 31,924.41 अंक पर बंद हुआ. यह लगातार तीसरा दिन है तब जब बाजार में तेजी आई. औषधि, तेल एवं गैस और बैंक शेयरों में तेजी रही. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 28.20 अंक या 0.28 प्रतिशत की मजबूती के साथ 10,016.95 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,034 से 10,002.30 अंक के दायरे में रहा. 21 सितंबर के बाद पहली बार निफ्टी 10,000 अंक के ऊपर पहुंचा है. कारोबारियों के अनुसार वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख के बीच दूसरी तिमाही कंपनियों के वित्तीय नतीजे से पहले घरेलू वित्तीय संस्थानों की लिवाली तथा खुदरा निवेशकों का निवेश बढ़ने से बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी रही. 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ 31,910.82 अंक पर खुला और अंत में 77.52 अंक या 0.24 प्रतिशत लाभ के साथ 31,924.41 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 31,994.77 से 31,896.90 अंक के दायरे में रहा. 21 सितंबर के बाद यह सेंसेक्स का उच्च स्तर है. उस समय यह 32,370.04 अंक पर बंद हुआ था.

यह भी पढ़ें : बेपटरी करने के प्रयासों के बावजूद सही राह पर है GST: अरुण जेटली

बीएसई का मिडकैप सूचकांक 101.55 अंकों की तेजी के साथ 15,935.68 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 159.47 अंकों की तेजी के साथ 16,892.50 पर बंद हुआ. पिछले दो दिनों में सेंसेक्स 254.86 अंक मजबूत हुआ.

VIDEO : जानिए निवेश के एक बेहतर विकल्प के बारे में

तेजी वाले सेक्टरों में उपभोक्ता सेवाएं (0.98 फीसदी), ऊर्जा (0.86 फीसदी), बिजली (0.85 फीसदी), दूरसंचार (0.83 फीसदी) और सूचना प्रौद्योगिकी (0.71 फीसदी) रहे. गिरावट वाले सेक्टरों में रियल्टी (0.97 फीसदी) और तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.24 फीसदी) शामिल रहे. (इनपुट एजेंसी से)

लेखक NDTVKhabar News Desk
जरूर पढ़ें
1 Lok Sabha Elections 2024: कम वोटर टर्नआउट का चुनाव के नतीजों पर नहीं पड़ेगा खास असर; एक्सपर्ट्स ने बताईं वजह
2 FIIs ने की 776 करोड़ रुपये की बिकवाली, वेदांता ने पहले अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी दी
3 PVR Inox टी-20 वर्ल्ड कप मैचों को दिखाएगा, फिल्मों के फ्लॉप होने के बाद नई रणनीति