शेयर बाजार : चौथी तिमाही परिणाम पर रहेगी नजर

शेयर बाजार में अगले सप्ताह निवेशकों की नजर 2012-13 की चौथी तिमाही में कंपनियों के परिणामों पर टिकी रहेगी। सरकार थोक मूल्यों की महंगाई के आंकड़े जारी करेगी। शेयर बाजार शुक्रवार 19 अप्रैल 2013 को राम नवमी के मौके पर बंद रहेगा।

शेयर बाजार में अगले सप्ताह निवेशकों की नजर 2012-13 की चौथी तिमाही में कंपनियों के परिणामों पर टिकी रहेगी। सरकार थोक मूल्यों की महंगाई के आंकड़े जारी करेगी। शेयर बाजार शुक्रवार 19 अप्रैल 2013 को राम नवमी के मौके पर बंद रहेगा।

अगले करीब दो महीने तक पिछले कारोबारी वर्ष की चौथी तिमाही के परिणाम आते रहेंगे।

अगले सप्ताह मंगलवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल), बुधवार को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), गुरुवार को इंडसइंड बैंक और शुक्रवार को विप्रो जैसी प्रमुख कंपनियां अपने परिणाम प्रकाशित करेंगी।

सरकार सोमवार 15 मार्च को मार्च महीने के लिए थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर के आंकड़े जारी करेगी। फरवरी महीने में थोक महंगाई दर 6.84 फीसदी थी।

आने वाले कुछ महीनों में बाजार में शेयरों की व्यापक आपूर्ति के कारण शेयर बाजारों के सूचकांकों के ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद कम है। शेयर बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के दिशानिर्देश के मुताबिक सूचीबद्ध निजी कंपनियों में प्रमोटर की हिस्सेदारी घटानी होगी और आम निवेशकों को कम से कम 25 फीसदी हिस्सेदारी देनी होगी। इसी तरह सरकारी सूचीबद्ध कंपनियों में आम निवेशकों को कम से कम 10 फीसदी हिस्सेदारी देनी होगी।

सेबी के आदेश के मुताबिक निजी कंपनियों के संस्थापकों को 30 जून 2013 तक अपनी हिस्सेदारी घटानी होगी, जबकि सरकारी कंपनियों को 31 अगस्त तक सेबी के आदेश पालन करना होगा।

वर्ष 2014 में सरकारी कंपनियों के विनिवेश के सरकारी लक्ष्य से भी शेयरों की बिकवाली को हवा मिलेगी। सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से वर्तमान कारोबारी वर्ष में 40 हजार करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने निजी कम्पनियों में भी अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।

इस महीने भारतीय मौसम विभाग दक्षिण पश्चिमी मानसून का भी प्रारंभिक पूर्वानुमान जारी करेगा। भारतीय रिजर्व बैंक तीन मई को कारोबारी वर्ष 2013-14 के लिए मौद्रिक नीति भी जारी करेगा।

संसद में बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 22 अप्रैल को फिर से शुरू होने वाला है। इस दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा या मतदान हो सकता है। इन विधेयकों में शामिल हैं फॉरवर्ड कंट्रैक्ट्स (रेगुलेशन) एमेंडमेंट विधेयक-2010, पेंशन फंड रेगुलेटर एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी विधेयक-2011, भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनर्स्थापना विधेयक-2011, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक 2011 और बीमा कानून (संशोधन) विधेयक-2008। सत्र 10 मई को समाप्त होगा।

पांच मई 2013 को कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव भी बाजार को कुछ हद तक प्रभावित कर सकते हैं। चुनाव का परिणाम आठ मई को घोषित होगा।

लोकसभा चुनाव से जुड़ी खबरों के चलते अगले साल मई तक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अगली सरकार कई पार्टियों की मिली-जुली हो सकती है। सुधार की प्रक्रिया के अवरुद्ध होने की आशंका है। इसका असर वित्तीय घाटा प्रबंधन पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है और वैश्विक रेटिंग एजेंसियां भारत की रेटिंग घटा सकती हैं।

बाजार में इस वक्त काफी गिरावट चल रहा है इसे देखते हुए निवेशक बॉटम अप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाय खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।

लेखक NDTV Profit Desk
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