कमजोर वैश्विक रुझानों के चलते शेयर बाजार मामूली गिरावट पर बंद

शेयर बाजारों में लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज की गई। हालांकि बाजार में गिरावट नाम-मात्र की रही। मई में थोक मुद्रास्फीति बढ़ने के साथ अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक तथा यूरोपीय संघ से रिश्ते पर ब्रिटेन में जनमत संगह को लेकर विश्व भर में निवेशक सतर्क रुख अपनाए हुए हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर

शेयर बाजारों में लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज की गई। हालांकि बाजार में गिरावट नाम-मात्र की रही। मई में थोक मुद्रास्फीति बढ़ने के साथ अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक तथा यूरोपीय संघ से रिश्ते पर ब्रिटेन में जनमत संगह को लेकर विश्व भर में निवेशक सतर्क रुख अपनाए हुए हैं।

स्थानीय बाजारों में प्रमुख सूचकांक करीब-करीब सोमवार के स्तर पर बने रहे, लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का शेयर 8.0 प्रतिशत तक मजबूत हुए। आरबीआई के बैंकों के बड़ी परियोजनाओं में फंसे कर्ज का समाधान की योजना लाने के बाद शेयरों में तेजी आई। इस योजना के तहत कर्ज के एक हिस्से को इक्विटी या अन्य उत्पादों में तब्दील किया जाएगा।

पंजाब नेशनल बैंक 7.90 प्रतिशत, एसबीआई 2.65 प्रतिशत, इंडियन ओवरसीज बैंक 1.93 प्रतिशत, जबकि बैंक ऑफ बड़ौदा 1.91 प्रतिशत मजबूत हुए। खुदरा मुद्रास्फीति में वृद्धि से भी बाजार पर प्रभाव पड़ा। स्मॉल कैप तथा मिड कैप सूचकांक क्रमश: 0.54 प्रतिशत तथा 0.18 प्रतिशत मजबूत हुए।

30 शेयरों वाला बीएसई सूचकांक मजबूती के साथ 26,482.50 अंक पर बंद हुआ और लिवाली के साथ एक समय दिन के उच्च स्तर 26,585.45 अंक तक चला गया। हालांकि उच्च स्तर बरकरार नहीं रहा और निवेशकों ने बिकवाली की और सेंसेक्स 1.06 अंक घट कर 26,395.71 अंक पर बंद हुआ। पिछले तीन दिनों में सेंसेक्स 624 अंक टूटा था।

50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1.75 अंक या 0.02 प्रतिशत की हल्की गिरावट के साथ 8,108.85 अंक पर बंद हुआ। बीएनपी परिबा म्यूचुअल फंड के कोष प्रबंधक (इक्विटीज) श्रेयष देवाल्कर ने कहा, 'थोक एवं उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति दोनों में बढ़ोतरी हुई। इससे अगस्त में रिजर्व बैंक की अगली मौद्रिक नीति समीक्षा में मानक दरों में कटौती की उम्मीद कमजोर हुई है।'

सब्जियों की कीमत में दहाई अंक में वृद्धि से थोक मुद्रास्फीति पिछले महीने बढ़कर 0.79 प्रतिशत हो गई। वहीं खुदरा मुद्रास्फीति मई महीने में 5.76 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो दो साल का उच्च स्तर है। फेडरल रिजर्व बैंक की दो-दिवसीय बैठक मंगलवार को शुरू होगी। वहीं ब्रिटेन में यूरोपीय संघ में बने रहने को लेकर जनमत संग्रह 23 जून को होगा। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 नुकसान में रहे।

नुकसान में रहने वाले प्रमुख शेयरों में हीरो मोटो कॉर्प (0.91 प्रतिशत), एशियन पेंट्स (0.89 प्रतिशत), एचयूएल (0.85 प्रतिशत), एचडीएफसी (0.64 प्रतिशत), इंफोसिस (0.62 प्रतिशत) तथा टीसीएस (0.55 प्रतिशत) शामिल हैं।

दूसरी तरफ सिप्ला (2.77 प्रतिशत), अदाणी पोर्ट्स (2.67 प्रतिशत), एसबीआई (2.65 प्रतिशत), आईटीसी (0.96 प्रतिशत), टाटा मोटार्स (0.93 प्रतिशत), सन फार्मा (0.89 प्रतिशत), भेल (0.87 प्रतिशत) तथा आईसीआईसीआई बैंक (0.51 प्रतिशत) में तेजी रही।

लेखक Agencies
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