उद्योग जगत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बुधवार को खुशी जताते हुए कहा कि यह पूरे देश के लिए एक गौरवशाली पल है. चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम बुधवार शाम करीब छह बजे चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर सुरक्षित उतरने में सफल रहा. भारत यह उपलब्धि पाने वाला पहला देश है.
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा, 'यह हरेक भारतीय के लिए गौरवशाली पल और भारत की अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी यात्रा में एक यादगार मुकाम है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इसरो की पूरी टीम को बधाई. यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा.'
अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को एक ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा, 'बधाई, इसरो. आप वास्तव में देश के गौरव हैं. अंतरिक्ष अभियानों का अंजाम देने की क्षमता उस देश के विश्वास को दर्शाती है और यह भारत का वक्त है. यह भारत के 1.4 अरब लोगों के लिए ऐतिहासिक पल है, जय हिंद.'
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने इस उपलब्धि पर इसरो को धन्यवाद देते हुए कहा, 'सितारों तक पहुंचने का इरादा रखने का तरीका बताने के लिए आपको धन्यवाद. आपने अपनी क्षमताओं में यकीन करना सिखाया. आपने दिखाया कि नाकामी से किस तरह निपटना है और उसका इस्तेमाल फिर से उठ खड़े होने के लिए करना है.'
आदित्य बिड़ला समूह ने भी सोशल मीडिया मंच एक्स पर जारी बयान में कहा, 'हरेक भारतीय के लिए बहु-प्रतीक्षित पल. चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग हम सबके लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है.'
आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने कहा, 'यह हमारे किफायती प्रौद्योगिकी की इंजीनियरिंग विलक्षणता का सबूत है. मेरे पास अपनी भावना जताने के शब्द नहीं हैं, सिर्फ खुशियों के आंसू हैं.'
शेयर बाजार एनएसई के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष कुमार चौहान ने कहा कि यह उल्लेखनीय उपलब्धि भारत के अंतरिक्ष अभियान में एक ऐतिहासिक मुकाम है. यह हमारे जुझारूपन और प्रतिभा को भी दर्शाता है.
उद्योग मंडल फिक्की के अध्यक्ष शुभ्रकांत पांडा ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा, 'वर्षों से वे हमें भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की कामयाबी के पल मुहैया कराते रहे हैं लेकिन यह उनमें खास है.'
सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि यह भारत और पूरी दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है.
एसोचैम के महानिदेशक दीपक सूद ने कहा कि भारत ने सीमित बजट में भी यह शानदार उपलब्धि हासिल कर दुनिया को अपनी ताकत दिखाई है.