अमेरिका के फेडरल रिजर्व (US federal Reserve) ने ब्याज दरों को 25 बेसिस प्वाइंट से बढ़ा दिया है. इससे पहले मई माह में भी फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों को इतने ही बेसिस प्वाइंट से बढ़ा दिया था. इसी के साथ वर्तमान दर अमेरिका में पिछले 22 सालों में सबसे ज्यादा हो गई है.
उल्लेखनीय है कि दो दिन की चली बैठक के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया है. फेडरल रिजर्व बैंक ने आगे भी दरें बढ़ाने के संकेत दिए हैं लेकिन कहा है कि हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा. बता दें कि जून में अमेरिकी सेंट्रल बैंक ने अपनी बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था, लेकिन संकेत दिए थे कि आगे और बढ़ोतरी हो सकती है.
गौर करने की बात यह है कि पिछली 12 पॉलिसी संबंधित बैठकों में 11 बार फेडरल रिजर्व ने रेट बढ़ाने का फैसला किया है.
बताया जा रहा है कि फेडरल रिजर्व 5.25 से 5.5 प्रतिशत की रेंज को टारगेट कर रहा है. फेडरल रिजर्व का कहना है कि भविष्य में रेट में बढ़ोतरी डेटा आधारित होगी. बता दें कि फेड के सदस्यों ने ब्याज दरें बढ़ाने के फैसले पर एकमत से अपनी मंजूरी दी है. जानकारी के लिए बता दें कि पिछले बैठक के बाद यह भी इशारा किया गया है कि आगे अब ब्याज दरों को नहीं बढ़ाया जाएगा.
गौरतलब है कि पिछले साल मार्च से शुरू हुई ब्याज दरों में ये 11वीं लगातार बढ़ोतरी रही है.
पिछले बार रेट जारी करते हुए बैंक की ओर से कहा गया था कि 'अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम मजबूत और लचीला है. घरों और बिजनेस के लिए सख्त कर्ज की शर्तों का आर्थिक गतिविधि, हायरिंग और महंगाई पर असर पड़ सकता है. ये प्रभाव किस सीमा तक होंगे ये अनिश्चित है. ये कमेटी महंगाई के जोखिमों को लेकर काफी चौकस है.'