कमजोर मॉनसून से सरकार का बढ़ा सिरदर्द, पूजा-पाठ की तैयारी

कमज़ोर मॉनसून को लेकर सरकार का सिरदर्द बढ़ता जा रहा है। देश के कई हिस्सों में औसत से कम बारिश की वजह से देश के 84 सबसे अहम जलाशयों में पानी का स्तर का इस बार घट गया है।

कमज़ोर मॉनसून को लेकर सरकार का सिरदर्द बढ़ता जा रहा है। देश के कई हिस्सों में औसत से कम बारिश की वजह से देश के 84 सबसे अहम जलाशयों में पानी का स्तर का इस बार घट गया है।

सेन्ट्रल वॉटर कमीशन के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि 19 जुलाई तक इन बड़े जलाशयों में क्षमता का सिर्फ 19 फीसदी पानी जमा है जबकि पिछले साल इन जलाशयों में इस वक्त 33 फीसदी पानी था।

कमज़ोर मॉनसून का सबसे बुरा असर कर्नाटक पर पड़ा है। इस बार कर्नाटक के बड़े जलाशयों में पानी औसत से 66 फीसदी कम है प. बंगाल में औसत से 53 फीसदी कम और महाराष्ट्र तथा उत्तर प्रदेश के जलाशयों में औसत से 46 फीसदी कम पानी है।

ऐसे में सवाल उठने लाजिमी हैं कि क्या देश में सूखे के हालात बन रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक अगले दो हफ्ते बेहद अहम होंगे। अगर तब भी हालात नहीं बदले तो सरकार को कई राज्यों में सूखे से निबटने की तैयारी करनी होगी।

कृषि मंत्रालय पहले ही राज्यों को आपात योजना तैयार रखने की एडवाइज़री जारी कर चुका है।

उधर, सूखे की आशंका से घबराई कर्नाटक सरकार तो पूजा-पाठ पर उतर आई है। उसने 27 जुलाई और 7 अगस्त को राज्य के 34 हज़ार मंदिरों में अच्छी बारिश के लिए खास पूजा कराने के आदेश जारी किए हैं। इसपर करीब 17 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

कमज़ोर मॉनसून को लेकर सरकार की चिंता बढ़ती जा रही है। मौसम विभाग का दावा है कि अगले कुछ दिनों में मॉनसून फिर ज़ोर पकड़ सकता है, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश के कई हिस्से में कमज़ोर मॉनसून से निपटना सरकार के लिए एक बड़ी मुश्किल चुनौती साबित हो सकता है।

लेखक NDTV Profit Desk
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