स्टेनलेस स्टील ट्यूब और पाइप बनाने वाली कंपनी स्कोडा ट्यूब्स (Scoda Tubes Ltd.) की शेयर बाजार में फीकी एंट्री हुई है. कंपनी के शेयर NSE, BSE दोनों ही एक्सचेंज पर अपने इश्यू प्राइस 140 रुपये पर ही लिस्ट हुए हैं. यानी IPO में पैसा लगाने वालों को कोई भी लिस्टिंग गेन नहीं मिला है. हालांकि लिस्टिंग के बाद इसमें 5% का अपर सर्किट जरूर लगा, इसने 147 रुपये की ऊंचाई को छुआ.
ये IPO 30 मई को बंद हुआ था, अपने आखिरी दिन तक ये 53.78 गुना सब्सक्राइब हुआ था. इसमें 220 करोड़ रुपये के केवल नए शेयर जारी किए गए थे, इसमें ऑफर फॉर सेल नहीं था. बोली को संस्थागत निवेशकों का भरपूर साथ मिला, ये हिस्सा 69.51 गुना सब्सक्राइब हुआ था. रिटेल निवेशकों का हिस्सा 19.4 गुना भरा था, गैर-संस्थागत निवेशकों का हिस्सा 113.03 गुना सब्सक्राइब हुआ था.
स्कोडा ट्यूब्स IPO का प्राइस बैंड 130 रुपये से 140 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. इसका लॉट साइज 100 शेयरों का था, यानी निवेशक न्यूनतम 100 शेयरों से शुरू करके उसके बाद 100 के मल्टीपल में बोली लगा सकते थे. अपर प्राइस बैंड के आधार पर कंपनी की वैल्युएशन 839 करोड़ रुपये बैठती है. इस इस पब्लिक इश्यू मैनेजमेंट मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल और लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से किया गया.
कंपनी के बारे में जानिए
स्कोडा ट्यूब्स गुजरात बेस्ड कंपनी है. ये स्टेनलेस स्टील ट्यूब और पाइप बनाती है. जो इंजीनियरिंग कंपनियों, EPC और तेल और गैस, केमिकल, फर्टिलाइजर, बिजली, फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोटिव, रेलवे और परिवहन क्षेत्रों में लगी औद्योगिक कंपनियों जैसे तमाम ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करती है.
कंपनी का एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट गुजरात के मेहसाणा में है, जो मुंद्रा पोर्ट से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर है. RHP के अनुसार, मौजूदा वक्त में प्लांट की कुल क्षमता मदर हॉलो का 20,000 MTPA, सीमलेस प्रोडक्ट्स का 10,068 MTPA और वेल्डेड प्रोडक्ट्स का 1,020 MTPA है. पिछले वित्त वर्ष में स्कोडा ट्यूब्स का एक्सपोर्ट अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड, इटली, स्पेन और फ्रांस सहित 16 देशों को था.
पैसों का इस्तेमाल कहां होगा
स्कोडा ट्यूब्स IPO के से मिले पैसों का इस्तेमाल कई कामों के लिए किया जाएगा. 110 करोड़ रुपये की राशि का इस्तेमाल वित्त वर्ष 2026 और 2027 में वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा. 31 दिसंबर तक, शॉर्ट-टर्म उधारी के रूप में बकाया वर्किंग कैपिटल फैसिलिटी 118.6 करोड़ रुपये थी. ऑपरेशंश से कैश फ्लो 5.4 करोड़ रुपये था.
77 करोड़ रुपये की रकम का इस्तेमाल सीमलेस ट्यूब और पाइप की उत्पादन क्षमता को 10,000 मिलियन टन प्रति वर्ष और वेल्डेड ट्यूब और पाइप की उत्पादन क्षमता को 12,130 MTPA तक बढ़ाने के लिए कैपेक्स पर किया जाएगा. इसमें सिविल और संरचनात्मक काम, साइट डेवलपमेंट, प्लांट और इक्विपमेंट यूटिलिटीज शामिल हैं.
प्री-IPO राउंड से जुटाई गई रकम को भी कैपेक्स के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. बाकी बची रकम का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.