जुलाई में गोल्ड ETFs में 1,337 करोड़ रुपए का निवेश हुआ, एक साल में सबसे ज्यादा

पिछले महीने देश में गोल्ड ETFs के नेट एसेट 34,455.4 करोड़ रुपये थे.

घरेलू बाजार में गोल्ड की कीमतों में गिरावट के कारण जुलाई में भारत में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों ने भारी निवेश किया. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार निवेशकों ने जुलाई में गोल्ड ETFs में 1,337.4 करोड़ रुपये लगाए हैं. ये निवेश पिछले साल अगस्त के बाद सबसे अधिक है. जून में निवेश 726.2 करोड़ रुपये था.

भारत में गोल्ड ETFs में नेट एसेट पिछले महीने तक 34,455.4 करोड़ रुपये था. इसमें एक साल में 68% की उछाल आया है और इसकी वजह है निवेशकी की गोल्ड में दिलचस्पी.

11,800 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड मैनेज करने वाले देश के टॉप फंड निप्पॉन इंडिया ETF गोल्ड BeES (Nippon India ETF Gold ) ने पिछले साल 15% का रिटर्न दिया है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोने-चांदी पर बेसिक कस्टम ड्यूटी 10% से घटाकर 6% करने की घोषणा के बाद जुलाई में सोने की कीमतों में गिरावट आई थी.

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) के आंकड़ों के अनुसार, ग्लोबल गोल्ड ETFs ने अप्रैल 2022 के बाद से अपने सबसे मजबूत महीने का अनुभव किया, जुलाई में $3.7 बिलियन का निवेश हुआ. हालिया निवेश और सोने की बढ़ती कीमत ने ग्लोबल गोल्ड ETFs के कुल AUM को 246 अरब डॉलर तक पहुंचा दिया, जबकि होल्डिंग बढ़कर 3,154 मीट्रिक टन हो गई.

म्यूचुअल फंड में कैसा रहा निवेश

इक्विटी इनफ्लो पिछले महीने 8.6% घटकर 37,113.4 करोड़ रुपये रह गया, जो जून में 40,608.2 करोड़ रुपये था. AMFI के आंकड़ों के अनुसार जून में 43,636.5 करोड़ रुपये की निकासी के मुकाबले नेट इनफ्लो 1.89 लाख करोड़ रुपये दर्ज किया गया.

म्यूचुअल फंड में कुल निवेश जुलाई के दौरान 1.89 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 43,636.5 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी. नेट एसेट जुलाई में बढ़कर लगभग 65 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो जून में 61.2 लाख करोड़ रुपये थी.