Motilal Oswal से Anand Rathi तक, ब्रोकर्स के शेयर FY24 में अब तक 114% चढ़े

इस दौरान ब्रोकिंग कंपनियों के मार्केट कैप में भी 21,670 करोड़ रुपये का जबरदस्त उछाल दिखा. वहीं, इस दौरान 1.21 करोड़ लोगों ने डीमैट अकाउंट में रजिस्ट्रेशन किया.

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शेयर बाजार में तमाम तरह की कंपनियों की खूब बात होती है, मगर शेयर ब्रोकिंग के कारोबार में लगी कंपनियों की चर्चा कुछ कम होती है. मगर इस कारोबारी साल में इन्होंने 114% का शानदार रिटर्न देकर सबको चौंका दिया है.

1 अप्रैल से अब तक ब्रोकिंग कंपनियों के मार्केट कैप में भी 21,670 करोड़ रुपये का जबरदस्त उछाल दिखा. वहीं इस दौरान 1.21 करोड़ लोगों ने नए डीमैट अकाउंट .खुलवाए

JP मॉर्गन इंडिया इन्वेस्टर समिट (JPMorgan India Investor Summit) में इसके सीनियर कंट्री ऑफिसर कौस्तुभ कुलकर्णी (Kaustubh Kulkarni) ने कहा, 'जितनी तेजी से भारत की ग्रोथ हो रही है, उस हिसाब से लोगों की संपत्ति में बढ़ोतरी होने वाली है, उनका कुछ निवेश फाइनेंशियल एसेट्स में भी आएगा और इसे सही तरीके से मैनेज किया जाना बेहद जरूरी है.'

उन्होंने कहा कि 'देश ग्रोथ के जिस रास्ते पर बढ़ रहा है, उसमें कस्टमर्स को एसेट और वेल्थ मैनेजमेंट में डिजिटल इंस्ट्रूमेंट्स का महत्व बढ़ रहा है.' ये एक बड़ा कारण है जिसके चलते शेयर ब्रोकिंग कंपनियों की कमाई बढ़ रही है.

सितंबर 25 के एक मार्केट नोट में मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि ' अगले 5 साल में वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस 12-15% CAGR की दर से बढ़ेगा.' ये भी ब्रेकिंग बिजनेस के लिए एक अच्छा संकेत है.

मार्केट रेगुलेटर SEBI ने बताया कि, सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) ने FY24 की शुरुआत में 1.05 करोड़ नए अकाउंट जोड़े. वहीं, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) ने 16.3 लाख नए खाते जोड़े.

रेगुलेटर द्वारा जारी किए डेटा के मुताबिक, फिलहाल NSDL से 3.31 करोड़ खाते जुड़े हुए हैं. वहीं, CDSL से 9.35 करोड़ खाते जुड़े हुए हैं.

NSDL द्वारा जारी डेटा में, इस दौरान फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स ने 33,507 करोड़ रुपये का निवेश किया, वहीं डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने 39,215 करोड़ रुपये का निवेश किया.