Exit Poll Market Probe: एग्जिट पोल के दिन बाजार में क्या हुआ, क्या कोई गड़बड़ी हुई?, SEBI की रिपोर्ट में खुलासा

चुनाव नतीजों से पहले 7 रिटेल निवेशकों ने 4,544.36 करोड़ रुपये की बिकवाली की और 6 बीमा कंपनियों ने 2,566.45 करोड़ रुपये की बिकवाली की.

Source: Reuters

जब लोकसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल के नतीजों पर बाजार अपने उफान पर था, तो म्यूचुअल फंड्स सबसे बड़े सेलर्स के रूप में सामने आए हैं. निफ्टी 50, 3 जून को 3.25% बढ़ा था, लेकिन चुनावी नतीजों के बाद 4 जून को ये 5.93% से ज्यादा गिर गया. इस गिरावट के कारण एग्जिट पोल की जांच की मांग की गई जिसके कारण 4 जून को वोटों की गिनती के दिन कथित तौर पर निवेशकों को भारी नुकसान हुआ.

SEBI ने संसद को सौंपे डेटा

SEBI ने देश की संसद को इससे जुड़े आंकड़े सौंपे हैं, जिसमें ये बताया गया है कि चुनाव नतीजों से एक दिन पहले 3 जून को टॉप 100 सेलर्स में से 21 घरेलू म्यूचुअल फंड यूनिट्स नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 15,572.79 करोड़ रुपये की ग्रॉस सेलर थे. 27 विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने म्यूचुअल फंड्स के साथ कदमताल मिलाया, जो वोटों की काउंटिंग के दिन से एक दिन पहले 10,658.31 करोड़ रुपये के ग्रॉस सेलर थे.

चुनाव नतीजों से पहले 7 रिटेल निवेशकों ने 4,544.36 करोड़ रुपये की बिकवाली की और 6 बीमा कंपनियों ने 2,566.45 करोड़ रुपये की बिकवाली की. BSE पर 79 रिटेल ग्राहकों ने 6,317.86 करोड़ रुपये की बिकवाली की. डिस्क्लोजर में कहा गया है कि रिटेल निवेशक कैटेगरी में HUF, इंडिविजुअल, प्रॉपराइटरशिप फर्म, NRI और पार्टनरशिप फर्म और LLP शामिल हैं.

दिलचस्प बात ये है कि आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि टॉप 100 सेलर्स में एक पोर्टफोलियो मैनेजर भी था, जिसने सोमवार को 362.52 करोड़ रुपये की सकल बिक्री की. NSE पर टॉप 100 ग्राहकों ने 87,915.39 करोड़ रुपये की बिक्री की, जबकि BSE पर टॉप 100 ग्राहकों ने 7083.75 करोड़ रुपये की बिक्री की.

एक्सचेंजों के डेरिवेटिव सेगमेंट में गतिविधि कैसे हुई, इस पर मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कोई आंकड़ा नहीं उलपब्ध करवाया है. सरकार ने लोकसभा में अपने लिखित जवाब में कहा कि मार्केट रेगुलेटर ने किसी भी 'अनुचित कारोबार' पर कोई विशेष जानकारी नहीं दी है. SEBI चेयरपर्सन ने किसी भी विशेष जांच पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.