भारत-पाक के बीच तनाव का असर, डिफेंस सेक्टर का मार्केट कैप ₹86,000 करोड़ बढ़ा

ये उछाल 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद आया है. पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे पर भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से बड़े पैमाने पर सटीक हमला हुआ.

Source : Ministry of defence

पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स और मिश्रा धातु निगम के शेयरों में 2025 के भारत-पाकिस्तान तनाव (India-Pak Tension) की शुरुआत के बाद तेजी देखने को मिली है. दूसरे डिफेंस शेयरों (Defence Shares) में भी तेज उछाल आया है.

ये उछाल 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद आया है. पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे पर भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से बड़े पैमाने पर सटीक हमला हुआ.

ये ऑपरेशन 1971 के युद्ध के बाद से भारत का सबसे महत्वपूर्ण ट्राई-सर्विस एक्शन था. ये सैन्य कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई थी जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई थी. ऑपरेशन के बाद एक प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय सैन्य अधिकारियों ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत सटीक हमलों के दौरान कम से कम 100 आतंकवादियों को मार गिराया गया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दौरे की तस्वीरों के साथ X पर पोस्ट किया था. उन्होंने कहा था, 'आज सुबह मैं AFS आदमपुर गया और हमारे बहादुर वायु योद्धाओं और सैनिकों से मिला. साहस, दृढ़ संकल्प और निडरता के प्रतीक लोगों के साथ रहना एक बहुत ही खास अनुभव था. भारत हमारे सशस्त्र बलों की ओर हमेशा आभारी रहेगा जो हमारे देश के लिए जो कुछ भी करते हैं.'

शेयरों में कितनी तेजी दिखी?

भू-राजनीतिक तनावों के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स ने मजबूती दिखाई. 22 अप्रैल से इसमें 9.39% की तेजी आई है. इसके मुकाबले बेंचमार्क NSE निफ्टी 50 में सिर्फ 1.98% की बढ़ोतरी रही है.

पारस डिफेंस में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई. इसके शेयर की कीमत लगभग 40% बढ़ी. गार्डन रीच शिपबिल्डर्स के शेयरों में भी 28% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई. जबकि मिश्रा धातु निगम और भारत डायनेमिक्स दोनों में 26% से अधिक की तेजी आई.

डेटा पैटर्न इंडिया और DCX सिस्टम्स ने 20% से अधिक का रिटर्न दिया और शिपबिल्डर कोचीन शिपयार्ड और मझगांव डॉक ने 17.38% और 14.32% का रिटर्न दिया.

कितना मार्केट कैप बढ़ा?

इस सेक्टर ने मार्केट कैपिटलाइजेशन में 86,211 करोड़ रुपये जोड़े जिसमें भारत इलेक्ट्रॉनिक्स ने 23,683 करोड़ रुपये से ज्यादा का योगदान दिया. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स और भारत डायनेमिक्स ने क्रमशः 21,654 करोड़ रुपये और 12,345 करोड़ रुपये जोड़े.

मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और सोलार इंडस्ट्रीज ने 9,971 करोड़ रुपये और 6,859 करोड़ रुपये जोड़कर मार्केट कैपिटलाइजेशन में भारी वृद्धि में योगदान दिया.

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