फेड पॉलिसी से पहले भारतीय बाजारों के लिए मिले-जुले ग्लोबल संकेत, ये शेयर फोकस में रहेंगे

अगर आज फेड दरों में कटौती करेगा तो ये करीब साढ़े चार साल बाद होगा. आखिरी बार फेड ने मार्च 2020 में दरों में कटौती की थी, इसके बाद लगातार ब्याज दरें बढ़ाईं हैं और उसके बाद उनमें कोई बदलाव नहीं किया गया.

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जिसका इंतजार दुनिया भर के बाजारों को था, वो घड़ी आ गई है. आज फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को लेकर अपना फैसला सुनाएगा. लेकिन इसके पहले अमेरिकी बाजारों में मंगलवार को कैसा कारोबार रहा और दुनिया भर के बाजारों से भारतीय बाजारों के लिए क्या संकेत मिल रहे हैं. इस पर एक नजर डाल लेते हैं. हालांकि सबसे बड़ा फेड की बैठक है, उसी इंतजार में अमेरिकी बाजारों में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार होतो हुआ नजर आया. बुधवार की सुबह खुले एशियाई बाजारों का सेटअप भी अच्छा है. हालांकि मिडिल ई्स्ट में तनाव बढ़ने की वजह से कच्चा तेल एक बार फिर 73 डॉलर के पार चला गया है.

अमेरिकी बाजारों का हाल

मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में डाओ जोंस की चार दिनों के तेजी पर ब्रेक लगा है. डाओ जोंस महज 16 अंकों की गिरावट के साथ 41,606.18 पर बंद हुआ. लेकिन इंट्राडे में डाओ ने 41,835.28 का नया रिकॉर्ड हाई भी बनाया है. डाओ जोंस मंगलवार को ऊपरी स्तरों से 230 अंक गिरकर बंद हुए हैं. डाओ के अलावा S&P500 ने भी नया रिकॉर्ड बनाया है. हालांकि ये बिल्कुल फ्लैट बंद हुआ है, लेकिन इंट्राडे में इसने 5,670.81 का नया रिकॉर्ड हाई बनाया. नैस्डैक 36 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ है.

अमेरिका में मंगलवार को अगस्त रिटेल बिक्री के आंकड़े आए, जो कि अनुमान से बेहतर रहे. अगस्त में रिटेल बिक्री 0.1% बढ़ी है, जबकि अनुमान था कि रिटेल बिक्री 0.2% गिरेगी. अब बाजार की दिशा फेड का फैसला ही तय करेगा, भारतीय समय के मुताबिक बुधवार रात 11:30 बजे फेड पॉलिसी का ऐलान करेगा.

बाजार के ज्यादातर एनालिस्ट्स ये मानकर चल रहे हैं कि चौथाई परसेंट की कटौती होनी तय है, लेकिन कई एनालिस्ट 50 बेसिस प्वाइंट कटौती की भी उम्मीद जता रहे हैं. अगर आज फेड दरों में कटौती करेगा तो ये करीब साढ़े चार साल बाद होगा. आखिरी बार फेड ने मार्च 2020 में दरों में कटौती की थी, इसके बाद लगातार ब्याज दरें बढ़ाईं हैं और उसके बाद उनमें कोई बदलाव नहीं किया गया.

फेड ने 11 पॉलिसीज में ब्याज दरें 5% बढ़ाई हैं. जुलाई 2023 वो आखिरी पॉलिसी थी, जब फेड ने आखिरी बार दरों में बढ़ोतरी की थी, तब से लेकर अबतक दरें जस की तस बनी हुई हैं.

एशियाई बाजारों का हाल

GIFT निफ्टी की एकदम फ्लैट ओपनिंग हुई है, फिलहाल ये 25,450 के आस-पास घूम रहा है. मंगलवार की भारी गिरावट के बाद जापान के बाजार निक्केई में आज तेजी है. निक्केई फिलहाल 250 अंकों की मजबूती (0.70%) के साथ कामकाज कर रहा है. चीन का बाजार शंघाई दो दिनों की छुट्टी के बाद आज खुला है और बिल्कुल फ्लैट ट्रेड कर रहा है. हॉन्ग कॉन्ग का बाजार हैंग सेंग आज बंद है. कोरिया के बाजार कोस्पी में भी आज छुट्टी है.

कच्चा तेल, सोना-चांदी

कच्चे तेल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन तेजी दिख रही है. ब्रेंट क्रूड मंगलवार को दो हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंच गया था, फिलहाल ये 73.60 डॉलर प्रति बैरल के पास ट्रेड कर रहा है. मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव और फेड के फैसले से पहले कच्चा तेल एकदम स्थिर है. WTI भी 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब है. सोने और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड हाई से फिसली हैं, सोना वायदा फिलहाल 5 डॉलर की मजबूती के साथ 2,602 डॉलर प्रति आउंस पर ट्रेड कर रहा है, चांदी वायदा 31 डॉलर से फिसलकर 30.788 डॉलर प्रति आउंस पर है.

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  • Oil Companies: सरकार ने घरेलू कच्चे तेल के उत्पादन पर विंडफॉल टैक्स को जीरो कर दिया है, जिससे ONGC, ऑयल इंडिया, वेदांता और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियां फोकस में रहेंगी.

  • Mankind Pharma: बोर्ड 20 सितंबर को NCDs, कमर्शियल पेपर, डेट सिक्योरिटीज और दूसरे माध्यमों से पैसा जुटाने पर विचार करेगा

  • REC: कंपनी 2030 तक रीन्युएबल बुक को 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ाने के लिए नॉन-बाइंडिंग वित्तीय प्रतिबद्धता अपनाएगी. प्रतिबद्धता वर्तमान में 8% से 2030 तक रीन्युएबल हिस्सेदारी को 30% तक बढ़ाने की है. तब तक लोन बुक 10 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया था.

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