BQ Exclusive: रुपये में आए भारी-उतार चढ़ाव पर RBI ने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से मांगी सफाई

रिजर्व बैंक दरअसल, ये समझने की कोशिश कर रहा है कि क्या ऐसे सिस्टम आउटेज के दौरान बिजनेस जारी रखने की प्रक्रिया से जुड़े सभी 'SOPs' के नियमों के तहत पालन किया गया था.

Source: Reuters

आज डॉलर के मुकाबले रुपया 83.50 के सबसे निचले स्तर तक फिसल गया, रुपये में आई इस अचानक गिरावट के पीछे वजह रही एक इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का आउटेज यानी सिस्टम फेल्योर.

RBI ने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से मांगी सफाई

इस मामले को रिजर्व बैंक ने गंभीरता से लिया है. रिजर्व बैंक ने इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से अचानक सिस्टम फेल होने पर सफाई मांगी है, जिसकी वजह से करेंसी मार्केट में अचानक अस्थिरता देखने को मिली.

मामले की जानकारी रखने वाले एक शख्स ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि रिजर्व बैंक चाहता है कि इस मामले का गहन एनालिसिस किया जाए, इसकी जड़ में जाकर वजह का पता लगाया जाए, जिससे ये मालूम चल सके कि शुक्रवार को रुपया 83.50 अगर लाइफ टाइम लो तक गिरा तो उसके पीछे की वजह किसी मशीन का फेल होना है या फिर किसी मानवीय भूल की वजह से ऐसा हुआ है.

इस शख्स ने कहा कि सिस्टम आउटेज की वजह से कई मार्केट प्लेयर अपने ट्रेडिंग अकाउंट्स में लॉग इन नहीं कर पा रहे थे, जिसकी वजह से ऑर्डर जाने लगे. इससे बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई, जिससे रुपये की चाल में अस्थिरता पैदा हो गई.

क्या सभी नियमों का पालन हुआ?

रिजर्व बैंक दरअसल, ये समझने की कोशिश कर रहा है कि क्या ऐसे सिस्टम आउटेज के दौरान बिजनेस जारी रखने की प्रक्रिया से जुड़े सभी 'SOPs' के नियमों के तहत पालन किया गया था. डॉलर के मुकाबले रुपया आज अपने सबसे निचले स्तर तक टूट गया, अंत में ये 83.34 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ.

एक बड़े प्राइवेट बैंक के ट्रेडर के मुताबिक, रिजर्व बैंक अब तक लगातार 83-83.35 रुपये के आसपास डॉलर बेच रहा है. हालांकि, शुक्रवार को अस्थिरता की वजह से मार्केट पार्टिसिपेंट्स ने शॉर्ट पोजीशन में काटना शुरू कर दिया, क्योंकि उनके स्टॉप लॉस ट्रिगर हो गए थे. ट्रेडर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि डॉलर के मुकाबले रुपये का अगला स्तर पर जिस पर नजर रहेगी वो 83.65 है.