एक्टर अरशद वारसी समेत 31 पर SEBI का बैन, यू-ट्यूब चैनलों से करते थे शेयरों में हेरी-फेरी

SEBI ने यूट्यूब क्रिएटर्स के साथ मिलीभगत कर स्टॉक में हेरफेर करने के लिए 24 संस्थाओं को शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है.

Source: Twitter

यूट्यूब के जरिेए शेयरों में पंप एंड डंप(हेरफेर) करने वालों के खिलाफ SEBI ने सख्त एक्शन लिया है.

मार्केट रेगुलेटर SEBI ने 31 संस्थाओं और लोगों पर शेयर बाजार में निवेश करने पर बैन लगा दिया है. इसमें एक्टर अरशद वारसी, उनकी पत्नी मारिया गोरेट्टी, साधना ब्रॉडकास्ट के प्रमोटर्स शामिल हैं, इन सभी पर कंपनी के शेयर खरीदने को लेकर यू-ट्यूब चैनलों पर गुमराह करने वाले वीडियो डालने का आरोप है.

PTI के मुताबकि - साधना के जिन प्रमोटर्स को शेयर बाजार से बैन किया गया है उसमें श्रेया गुप्ता, गौरव गुप्ता, सौरभ गुप्ता, पूजा अग्रवाल और वरुण मीडिया शामिल हैं

SEBI ने कई शिकायतों के जवाब में कार्रवाई की है कि निर्दोष निवेशकों को धोखा देने के लिए एक मार्केट कैंपने के हिस्से के रूप में इन चैनलों पर झूठी सामग्री पोस्ट की जा रही थी.

यू-ट्यूब पर झूठे वीडियोज से चल रहा था धंधा

SEBI को शिकायत मिली थी कि टेलीविजन चैनल साधना ब्रॉडकास्ट के शेयरों में छेड़छाड़ की जा रही है. शिकायत में कहा गया था कि यू-ट्यूब वीडियोज में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कंपनी के बारे में झूठी सामग्री परोसी जा रही थी.

इसके बाद मार्केट रेगुलेटर ने अप्रैल-सितंबर 2022 तक इसकी जांच की और पाया कि साधना के शेयरों में और वॉल्यूम में अप्रैल-मिड जुलाई 2022 तक उछाल आया है. जुलाई 2022 के दूसरे हाफ में, साधना के बारे में झूठी और गुमराह करने वाली जानकारियों के साथ यू-ट्यूब पर वीडियो डाले गए, जिनके नाम हैं 'The Advisor' और 'Moneywise'.

अरशद वारसी, पत्नी ने कमाया मुनाफा

इन यू-ट्यूब वीडियोज में ये बताया जाता था कि निवेशक जोरदार मुनाफा कमाने के लिए साधना के शेयरों में निवेश करें.

ऐसी भ्रामक यू-ट्यूब वीडियोज की वजह से साधना के शेयरों और वॉल्यूम में तेजी आई. ऐसा लगता है कि निवेशकों ने इन वीडियोज से प्रभावित होकर शेयर में निवेश किया था.

और इस दौरान कुछ प्रमोटर शेयरहोल्डर्स, मैनेजमेंट के लोगों, नॉन प्रमोटर शेयरहोल्डर्स ने बड़ी संख्या में अपनी होल्डिंग बेच दी और जमकर मुनाफा कमाया.

मार्केट रेगुलेटर ने पाया कि ऐसे गुमराह करने वाले वीडियोज बनाकर यू-ट्यूब चैनलों पर अपलोड करके इन लोगों ने 41.85 करोड़ रुपये अवैध तरीके से कमाए. SEBI के मुताबिक अरशद वारसी ने 29.43 लाख रुपये और उनकी पत्नी ने 37.56 लाख रुपये का मुनाफा कमाया.

SEBI अधिनियम का हुआ उल्लंघन

SEBI के अनुसार, कुछ शेयरधारकों ने इस अवधि का उपयोग बड़े पैमाने पर मुनाफा कमाने के लिए किया. ये SEBI अधिनियम और SEBI द्वारा अनिवार्य अनुचित व्यापार(Unfair Trade Practice ) व्यवहार नियमों का उल्लंघन है. SEBI के अनुसार, इन दोनों चैनलों की दर्शक संख्या इतनी अधिक थी कि इस हेरफेर को दूर किया जा सकता था.

SEBI के आदेश में क्या है इसे नीचे लिंक को क्लिक करके देखा जा सकता है.

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साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड के शेयरों में हुई हेराफेरी

साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड के शेयरों में भी इसी तरह की हेराफेरी पाई गई. ये आरोप लगाया गया है कि यूट्यूब चैनल "द एडवाइजर" और "मनीवाइज" ने कृत्रिम (आर्टिफिशियल) रूप से वॉल्यूम को बढ़ाने के लिए झूठी खबरें फैलाईं. हेरफेर में शामिल सभी 31 संस्थाओं को SEBI ने बैन कर दिया है. बता दें कि शार्पलाइन और साधना दोनों टेलीविजन, समाचार, संगीत और धारावाहिकों के कारोबार में लगी प्रसारण कंपनियां हैं.

इकाइयों को ये भी सलाह दी गई है कि वे इस अवधि के दौरान बुक किए गए अवैध लाभ को इस उद्देश्य के लिए स्थापित एस्क्रो (escrow) खाते में जमा करें.

SEBI ने आरोप लगाया है कि ये अचानक बढ़ोतरी यूट्यूब चैनलों के माध्यम से फैलाई गई भ्रामक सूचनाओं का परिणाम थी. चैनलों ने अदाणी, Zee और सोनी पिक्चर्स के साथ हुए सौदों सहित कंपनी के बारे में झूठी जानकारी प्रसारित की. उन्होंने निवेश पर भारी मुनाफे की पेशकश की और एक साल में शेयरों की कीमत में 25 गुना तेजी की भविष्यवाणी की.
Source: SEBI/website

यू-ट्यूब चैनलों ने वन-वे कम्यूनिकेशन को बनाया हथियार

संदेह से बचने और सार्वजनिक जांच से बचने के लिए, चैनलों ने ग्राहकों को वन-वे कम्यूनिकेशन की अनुमति दी. ग्राहकों और दर्शकों को कोई भी टिप्पणी पोस्ट करने से डिसेबल कर दिया गया था. इन वीडियो को बाद में चैनल से हटा दिया गया था. कॉल रिकॉर्ड के अनुसार, दोनों चैनलों के निर्माता एक-दूसरे के संपर्क में थे. इसी तरह के कनेक्शन वीडियो बनाने वाले और शेयरधारकों के बीच भी पाए गए हैं जिनके पास कंपनी में 1% से अधिक शेयर थे.

इन शेयरधारकों के साथ वीडियो बनाने वालों ने भारी मुनाफा बुक किया. SEBI ने पाया है कि इन वीडियो को बढ़ावा देने के लिए अकेले यू-ट्यूबर्स विज्ञापन में लगभग 4 करोड़ रुपये खर्च करते हैं.

शार्पलाइन की सहयोगी कंपनी साधना ब्रॉडकास्ट के मामले में भी इसी तरह की रणनीति अपनाई गई थी. यूट्यूब चैनल- एडवाइजर और मनीवाइज ने कंपनी की भविष्य की संभावनाओं के बारे में कई झूठे दावे किए.